"अभयगिरि": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(''''अभयगिरि''' लंका की प्राचीन राजधानी (द्र.) का प्रसिद्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
[[Category:विदेशी स्थान]][[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:विदेशी स्थान]][[Category:इतिहास कोश]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | ||
[[Category:हिन्दी विश्वकोश]] | [[Category:हिन्दी विश्वकोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
08:36, 29 मई 2018 का अवतरण
अभयगिरि लंका की प्राचीन राजधानी (द्र.) का प्रसिद्ध विहार। वहाँ के राज वट्टगामिनी का एक नाम अभय था जिसने बुद्ध के अवशेषों पर निर्मित स्तूप के समीप इस विहार का निर्माण करवाया था। यह स्तूप ही गिरि के नाम से प्रसिद्ध था।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 173 |