"ओबद्याय": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''ओबद्याह''' बारह गौण नबियों में से एक; उनके उपदेशों क...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 5: पंक्ति 5:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{ईसाई धर्म}}
[[Category:ईसाई धर्म]][[Category:ईसाई धर्म कोश]][[Category:चरित कोश]]
[[Category:ईसाई धर्म]][[Category:ईसाई धर्म कोश]][[Category:यहूदी धर्म]][[Category:यहूदी धर्म कोश]]
[[Category:हिन्दी विश्वकोश]]
[[Category:हिन्दी विश्वकोश]]
__INDEX__
__INDEX__

10:41, 20 जुलाई 2018 के समय का अवतरण

ओबद्याह बारह गौण नबियों में से एक; उनके उपदेशों का संग्रह विस्तार की दृष्टि से बाइबिल का सबसे छोटा ग्रंथ है। बाबुल के सम्राट नबूखंदनेज्ज़ार की सेना ने 586 ई. पू. में यहूदियों की राजधानी जेरूसलम का विनाश किया था; इसके बाद एदोम के लोगों ने यहूदिया प्रांत लूटकर उसे अपने अधिकार में कर लिया था। ओबद्याह ने पाँचवीं शताब्दी ई.पू. में एदोम की हार तथा जेरूसलम के पुनर्वास की भविष्यवाणी की थी।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 2 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 301 |

संबंधित लेख