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| {| class="bharattable-green" width="100%"
| | #REDIRECT [[पहेली 11 सितम्बर 2020]] |
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| | [[चित्र:Paheli-logo.png|right|120px]]
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| <quiz display=simple>
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| {[[रामायण]] के अनुसार [[हनुमान]] कितनी बार [[लंका]] गये थे?
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| |type="()"}
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| -एक बार
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| -दो बार
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| +तीन बार
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| -चार बार
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| ||[[चित्र:Ram-Hanuman.jpg|right|90px|श्रीराम-हनुमान मिलन]]'[[वाल्मीकि रामायण]]' के अनुसार [[हनुमान]] एक वानर वीर थे। भगवान [[राम]] को हनुमान [[ऋष्यमूक पर्वत]] के पास मिले थे। हनुमान जी राम के अनन्य मित्र, सहायक और परम [[भक्त]] सिद्ध हुए थे। [[सीता]] का अन्वेषण करने के लिए ये [[लंका]] गए। राम के दौत्य (अर्थात् सन्देश देना या दूत का कार्य) आदि का दायित्व इन्होंने अद्भुत प्रकार से निर्वाह किया। [[राम]]-[[रावण]] युद्ध में भी इनका पराक्रम प्रसिद्ध है। रामावत वैष्णव धर्म के विकास के साथ हनुमान का भी दैवीकरण हुआ। वे राम के पार्षद और पुन: पूज्य देव रूप में मान्य हो गये। धीरे-धीरे हनुमंत अथवा मारूति पूजा का एक सम्प्रदाय ही बन गया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें- [[हनुमान]]
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| </quiz>
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| <noinclude>
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| {{पहेली क्रम |पिछली=[[पहेली 10 सितंबर 2020]]|अगली=[[पहेली 12 सितंबर 2020]]}}
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| <br />
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| {{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}}
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| [[Category:भारतकोश पहेली]]
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