"1858": अवतरणों में अंतर
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* [[17 जून]] - [[रानी लक्ष्मीबाई]] - [[1857]] के [[भारतीय स्वतंत्रता संग्राम|प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम]] की वीरांगना रानी। | * [[17 जून]] - [[रानी लक्ष्मीबाई]] - [[1857]] के [[भारतीय स्वतंत्रता संग्राम|प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम]] की वीरांगना रानी। | ||
* [[8 अक्टूबर]] - [[नाना साहब]] - सन [[1857]] के भारतीय स्वतन्त्रता के प्रथम संग्राम के शिल्पकार थे। | |||
==वर्ष ईसवी सन् 1858 के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव== | ==वर्ष ईसवी सन् 1858 के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव== |
10:53, 24 सितम्बर 2020 के समय का अवतरण
यह पन्ना ग्रेगोरी कलैण्डर के वर्ष ईसवी सन् 1858 का है।
जिसका समकालीन वर्ष (लगभग) विक्रमी संवत के अनुसार 1915 है और राष्ट्रीय शाके के अनुसार 1780 है।
वर्ष ईसवी सन् 1858 में घटी महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
- भारत का शासन ईस्ट इंडिया कम्पनी से ब्रिटिश क्राउन द्वारा अधिग्रहित।
- 14 जनवरी - नेपोलियन तृतीय की हत्या की साजिश का भंडाफोड़ हुआ।
- 8 जुलाई - ग्वालियर के क़िले के पतन के बाद लॉर्ड केनिंग ने सांति की घोषणा की थी।
वर्ष ईसवी सन् 1858 में जन्मे व्यक्ति
- 23 अप्रैल - पंडिता रमाबाई - प्रख्यात भारतीय विदुषी महिला और समाज सुधारक।
वर्ष ईसवी सन् 1858 में हुए निधन
- 10 फ़रवरी - राजा बख्तावर सिंह - मध्य प्रदेश के धार जिले के अमझेरा कस्बे के शासक थे।
- 17 जून - रानी लक्ष्मीबाई - 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना रानी।
- 8 अक्टूबर - नाना साहब - सन 1857 के भारतीय स्वतन्त्रता के प्रथम संग्राम के शिल्पकार थे।
वर्ष ईसवी सन् 1858 के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव
बाहरी कड़ियाँ
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