"राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान": अवतरणों में अंतर
No edit summary |
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "डा." to "डॉ.") |
||
पंक्ति 36: | पंक्ति 36: | ||
| 11. || सुश्री गौरी देवी || 2006-07 | | 11. || सुश्री गौरी देवी || 2006-07 | ||
|- | |- | ||
| 12. || | | 12. || डॉ. शांति जैन || 2007-08 | ||
|- | |- | ||
|} | |} |
09:55, 4 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण
देवी अहिल्या बाई कुशल शासिका, न्यायविद, सच्ची समाज सेविका और कलाप्रिय विदुषी थीं। वे स्नेह, दया और धर्म की प्रतिमूर्ति थीं। अहिल्याबाई महिला शक्ति की प्रतीक हैं। उनका जीवन और कार्य समस्त स्त्री जाति के लिए एक उदाहरण है। उनकी स्मृति में देश की सृजनशील महिलाओं के सम्पूर्ण योगदान के लिए देवी अहिल्या सम्मान दिया जाता है। मध्य प्रदेश शासन ने आदिवासी, लोक एवं पारम्परिक कलाओं के क्षेत्र में महिला कलाकारों की सृजनात्मकता को सम्मानित करने के लिए वर्ष 1996-97 से देवी अहिल्या सम्मान स्थापित किया है।
पुरस्कार
इस सम्मान से विभूषित कलाकार को एक लाख रुपये की राशि और प्रशस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।
पात्रता
देवी अहिल्या सम्मान सृजनात्मक, उत्कृष्टता, दीर्घ साधना और कलाकार की वर्तमान में सृजन सक्रियता के आधार पर दिया जाता है। सम्मान दिये जाने के समय चुने गये कलाकार का सृजन सक्रिय होना अनिवार्य है।
टीका टिप्पणी और संदर्भबाहरी कड़ियाँसंबंधित लेख
|