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{[[वैदिक काल]] में 'यव' किसे कहा जाता था?
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-[[गेहूँ]] को
-[[गेहूँ]]
+[[जौ]] को
+[[जौ]]
-[[चावल]] को
-[[चावल]]
-[[बाजरा]]
-[[बाजरा]]
||[[चित्र:Barley-1.jpg|right|120px|जौ की फ़सल]]'जौ' प्राचीन काल से ही उत्पन्न किये जाने वाले अनाजों में से एक है। इसका उपयोग प्राचीन काल से धार्मिक संस्कारों में होता रहा है। [[संस्कृत]] में इसे 'यव' कहते हैं। [[रूस]], [[अमरीका]], [[जर्मनी]], कनाडा और [[भारत]] में यह मुख्यत: पैदा होता है। हमारे [[ऋषि|ऋषियों]]-[[मुनि|मुनियों]] का प्रमुख आहार [[जौ]] ही था। [[वेद|वेदों]] द्वारा [[यज्ञ]] की आहुति के रूप में जौ को स्वीकारा गया है। स्वाद और आकृति के दृष्टिकोण से जौ, [[गेहूँ]] से एकदम भिन्न दिखाई पड़ते हैं, किन्तु यह गेहूँ की जाति का ही अन्न है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जौ]]
||[[चित्र:Barley-1.jpg|right|120px|जौ की फ़सल]]'जौ' प्राचीन काल से ही उत्पन्न किये जाने वाले अनाजों में से एक है। इसका उपयोग प्राचीन काल से धार्मिक संस्कारों में होता रहा है। [[संस्कृत]] में इसे 'यव' कहते हैं। [[रूस]], [[अमरीका]], [[जर्मनी]], कनाडा और [[भारत]] में यह मुख्यत: पैदा होता है। हमारे [[ऋषि|ऋषियों]]-[[मुनि|मुनियों]] का प्रमुख आहार [[जौ]] ही था। [[वेद|वेदों]] द्वारा [[यज्ञ]] की आहुति के रूप में जौ को स्वीकारा गया है। स्वाद और आकृति के दृष्टिकोण से जौ, [[गेहूँ]] से एकदम भिन्न दिखाई पड़ते हैं, किन्तु यह गेहूँ की जाति का ही अन्न है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जौ]]

08:23, 17 जुलाई 2021 के समय का अवतरण