"पहेली 22 मार्च 2022": अवतरणों में अंतर

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{विभिन्न [[हड़प्पा|हड़प्पाकालीन]] स्थलों से बिखरे हुए अस्थि [[अवशेष|अवशेषों]] या [[कंकाल|कंकालों]] से क्या निष्कर्ष निकाला जा सकता है?
{'मन मन्दिर महल' [[मध्य प्रदेश]] में कहाँ स्थित है?
|type="()"}
|type="()"}
+किसी प्रकार का सैनिक आक्रमण।
-[[भोपाल]]
-सामूहिक प्राणदंड अथवा नर बलि।
+[[ग्वालियर]]
-मृतकों का अनियमित शवाधान।
-[[खजुराहो]]
-मलेरिया या किसी अन्य रोगाणुजनित बीमारी से व्यापक मृत्यु या महामारी।
-[[जबलपुर]]
||[[चित्र:Mohenjodaro-Sindh.jpg|border|right|80px|सिन्ध में मोहनजोदाड़ो में हड़प्पा संस्कृति के अवशेष]]'हड़प्पा' [[पाकिस्तान]] के पंजाब प्रान्त में स्थित माण्टगोमरी ज़िले में [[रावी नदी]] के बायें तट पर पुरास्थल है। [[हड़प्पा]] के सामान्य आवास क्षेत्र के दक्षिण में एक ऐसा क़ब्रिस्तान स्थित है जिसे ‘समाधि आर-37‘ नाम दिया गया है। यहाँ पर प्रारम्भ में माधोस्वरूप वत्स ने उत्खनन कराया था, बाद में [[1946]] में ह्वीलर ने भी यहाँ पर उत्खनन कराया। यहाँ पर खुदाई से कुल 57 शवाधान पाए गए हैं। शव प्रायः उत्तर-दक्षिण दिशा में दफ़नाए जाते थे जिनमें सिर उत्तर की ओर होता था। एक क़ब्र में लकड़ी के ताबूत में लाश को रखकर यहाँ दफनाया गया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[हड़प्पा]]
||[[चित्र:Man-Mandir-Palace.jpg|border|right|80px|मन मन्दिर महल, ग्वालियर]]'मन मन्दिर महल' [[ग्वालियर]], [[मध्य प्रदेश]] में स्थित है। यह महल [[तोमर|तोमर वंश]] के राजा मानसिंह ने 15वीं शताब्दी के अन्त में बनवाया था। महल के दो खुले प्रांगण हैं, जो एक कमरे से घिरे हुए हैं। ये कमरे कटे हुए पत्थरों, स्तम्भों और ब्रेकेट से निर्मित हैं। इस महल को 'चित्र मंदिर' और 'चित्रकारी के महल' के नाम से भी जाना जाता है। [[मन मन्दिर महल]] में [[मोर]] व अन्य पक्षियों की चित्रकारी से सजावट की गई है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मन मन्दिर महल]]
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