"पहेली 16 दिसम्बर 2022": अवतरणों में अंतर

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+[[दौलताबाद]]
+[[दौलताबाद]]
||'मुहम्मद बिन तुग़लक़' अपनी राजधानी [[दिल्ली]] से दौलताबाद ले गया था। उसने अपनी राजधानी दिल्ली से देवगिरी स्थानांतरित की थी। देवगिरी का नाम सुल्तान ने दौलताबाद रखा, परन्तु अपनी असफलता को देखते हुए सुल्तान ने 1335 ई. में राजधानी को पुनः दिल्ली स्थानांतरित कर दिया। [[मुहम्मद बिन तुग़लक़]] (जौना खाँ) [[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]] का उत्तराधिकारी था। वह एक विद्वान्, धार्मिक और तर्कवादी व्यक्ति था, परन्तु वह धार्मिक व्यक्तियों की धार्मिक सत्ता मानने को तैयार नहीं था। वह योग्यता को वंश से अधिक महत्त्व देता था। मुहम्मद बिन तुग़लक़ की प्रसिद्धि का प्रमुख कारण उसकी विभिन्न योजनाएँ थीं, जो अपेक्षित रूप से सफल नहीं रहीं।→अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मुहम्मद बिन तुग़लक़]]
||[[चित्र:Daulatabad-Fort.jpg|border|90px|right|दौलताबाद क़िला, महाराष्ट्र]]'मुहम्मद बिन तुग़लक़' अपनी राजधानी [[दिल्ली]] से दौलताबाद ले गया था। उसने अपनी राजधानी दिल्ली से देवगिरी स्थानांतरित की थी। देवगिरी का नाम सुल्तान ने दौलताबाद रखा, परन्तु अपनी असफलता को देखते हुए सुल्तान ने 1335 ई. में राजधानी को पुनः दिल्ली स्थानांतरित कर दिया। [[मुहम्मद बिन तुग़लक़]] (जौना खाँ) [[ग़यासुद्दीन तुग़लक़]] का उत्तराधिकारी था। वह एक विद्वान्, धार्मिक और तर्कवादी व्यक्ति था, परन्तु वह धार्मिक व्यक्तियों की धार्मिक सत्ता मानने को तैयार नहीं था। वह योग्यता को वंश से अधिक महत्त्व देता था। मुहम्मद बिन तुग़लक़ की प्रसिद्धि का प्रमुख कारण उसकी विभिन्न योजनाएँ थीं, जो अपेक्षित रूप से सफल नहीं रहीं।→अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मुहम्मद बिन तुग़लक़]]
-[[कालिंजर]]
-[[कालिंजर]]
-[[कन्नौज]]
-[[कन्नौज]]

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