"ओ. पी. शर्मा": अवतरणों में अंतर
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जादूगर ओ. पी. शर्मा का जादू के प्रति बचपन से ही लगाव था। तब वह कक्षा द्वितीय में पढ़ते थे। जादू के शुरुआती करतब उन्होंने अपने बड़े भाई स्व. देवतानंद शर्मा से सीखे थे। जैसे-जैसे बड़े हुए उनकी प्रतिभा में निखार आता गया और उन्होने मायानगरी की दुनिया में अपना नाम स्थापित किया। मुंबई में डिजाइनर इंजीनियरिंग करने के दौरान ही उन्होंने व्यवसायिक शो करने शुरू किए थे। वहीं फिल्मी दुनिया से मंच, साज-सज्जा, मेकअप, लाइटिंग, साउंड, का बारीकी से अध्ययन करने के बाद जादू शो में समावेश कर जादू की कला को सुसज्जित किया। | जादूगर ओ. पी. शर्मा का जादू के प्रति बचपन से ही लगाव था। तब वह कक्षा द्वितीय में पढ़ते थे। जादू के शुरुआती करतब उन्होंने अपने बड़े भाई स्व. देवतानंद शर्मा से सीखे थे। जैसे-जैसे बड़े हुए उनकी प्रतिभा में निखार आता गया और उन्होने मायानगरी की दुनिया में अपना नाम स्थापित किया। मुंबई में डिजाइनर इंजीनियरिंग करने के दौरान ही उन्होंने व्यवसायिक शो करने शुरू किए थे। वहीं फिल्मी दुनिया से मंच, साज-सज्जा, मेकअप, लाइटिंग, साउंड, का बारीकी से अध्ययन करने के बाद जादू शो में समावेश कर जादू की कला को सुसज्जित किया। | ||
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समाजवादी पार्टी के टिकट पर 2002 में गोविंद नगर सीट से चुनाव लड़ने वाले | *[[समाजवादी पार्टी]] के टिकट पर साल [[2002]] में गोविंद नगर सीट से चुनाव लड़ने वाले ओ. पी. शर्मा ने वर्ष [[2019]] में [[भाजपा]] का दामन थाम लिया था। | ||
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ओ. पी. शर्मा कभी भी किसी भी शहर में शो करने जाते थे तो उनके साथ 100 से अधिक लोगों का काफिला होता था। उनकी टोली में सहयोगी पुरुष एवं महिला कलाकारों, संगीतकारों, गायकों, मेकअप मैन, प्रकाश नियंत्रक, पेंटर, दर्जी, जैसे कई सहयोगी होते थे। इनके अलावा खानसामा, धोबी, नाई आदि का भी समूह होता था। जब एक जगह से दूसरी जगह ओ. पी. शर्मा रवाना होते थे तो इंद्रजाल का सारा सामान 16 से अधिक ट्रकों में समाता था। | |||
==मृत्यु== | ==मृत्यु== | ||
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06:29, 16 अक्टूबर 2022 का अवतरण
ओम प्रकाश शर्मा (अंग्रेज़ी: Om Prakash Sharma, जन्म- ) भारत के प्रसिद्ध जादूगर थे। उन्होंने अपनी जिंदगी में 34 हजार से ज्यादा जादू के शो किए। ओ. पी. शर्मा का रूमाल से कबूतर उड़ाना और बक्से से आदमी को गायब करने का जादू काफी चर्चित था। उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोविंद नगर, कानपुर से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। जादूगर ओ. पी. शर्मा ने अंतिम बार सितंबर 2019 में आगरा में शो किए थे।
परिचय
प्रसिद्ध जादूगर ओ. पी. शर्मा का जन्म 1 अप्रैल 1952 में मूलगांव, बलिया, उत्तर प्रदेश में हुआ था। वर्ष 1971 में स्माल आर्मस फैक्ट्री (एसएएफ) में डिजाइनर के पद पर नौकरी लगी तो वह शहर आए थे। यहां आकर पहले शास्त्री नगर स्थित कालोनी में रहे। वहां से कई साल पहले बर्रा-दो में घर बनवाया, जो भूत बंगले के नाम से जाना जाता है।
ओ. पी. शर्मा ने देश विदेश में 34 हजार से अधिक शो किये। उनका पहला व्यवसायिक शो मुंबई में किया था। उनके परिश्रम, प्रतिभा को देखते हुए इंडियन मैजिक मीडिया सर्कल ने उन्हें 'नेशनल मैजिक अवार्ड, 2001' व 'शहंशाह ए जादू' की महान उपाधि दी थी। उनके शो का सबसे चर्चित रगबिरंगा इंद्रजाल होता था। वर्ष 2018 के बाद से उन्होंने शो नहीं किए। उसके बाद उनके मंझले बेटे सत्यप्रकाश जूनियर ओ.पी. शर्मा के रूप में शो कर रहे हैं।
परिवार
ओ. पी. शर्मा के परिवार में पत्नी मीनाक्षी, दिल्ली दूरदर्शन में कार्यरत बड़े बेटे प्रेम प्रकाश शर्मा, मंझले बेटे सत्य प्रकाश शर्मा (ओपी शर्मा जूनियर) और प्रिटिंग का काम करने वाले तीसरे बेटे पंकज प्रकाश शर्मा और संयुक्त राज्य अमेरिका में रह रही सबसे छोटी बेटी रेनू शर्मा हैं।
बड़े भाई से सीखी कला
जादूगर ओ. पी. शर्मा का जादू के प्रति बचपन से ही लगाव था। तब वह कक्षा द्वितीय में पढ़ते थे। जादू के शुरुआती करतब उन्होंने अपने बड़े भाई स्व. देवतानंद शर्मा से सीखे थे। जैसे-जैसे बड़े हुए उनकी प्रतिभा में निखार आता गया और उन्होने मायानगरी की दुनिया में अपना नाम स्थापित किया। मुंबई में डिजाइनर इंजीनियरिंग करने के दौरान ही उन्होंने व्यवसायिक शो करने शुरू किए थे। वहीं फिल्मी दुनिया से मंच, साज-सज्जा, मेकअप, लाइटिंग, साउंड, का बारीकी से अध्ययन करने के बाद जादू शो में समावेश कर जादू की कला को सुसज्जित किया।
राजनीति
- समाजवादी पार्टी के टिकट पर साल 2002 में गोविंद नगर सीट से चुनाव लड़ने वाले ओ. पी. शर्मा ने वर्ष 2019 में भाजपा का दामन थाम लिया था।
- 10 अगस्त 2019 को लाजपत भवन में भाजयुमो के एक कार्यक्रम में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली थी।
इंद्रजाल का सामान
ओ. पी. शर्मा कभी भी किसी भी शहर में शो करने जाते थे तो उनके साथ 100 से अधिक लोगों का काफिला होता था। उनकी टोली में सहयोगी पुरुष एवं महिला कलाकारों, संगीतकारों, गायकों, मेकअप मैन, प्रकाश नियंत्रक, पेंटर, दर्जी, जैसे कई सहयोगी होते थे। इनके अलावा खानसामा, धोबी, नाई आदि का भी समूह होता था। जब एक जगह से दूसरी जगह ओ. पी. शर्मा रवाना होते थे तो इंद्रजाल का सारा सामान 16 से अधिक ट्रकों में समाता था।
मृत्यु
चर्चित जादूगर ओ. पी. शर्मा का निधन 15 अक्टूबर, 2022 को कल्याणपुर, कानपुर, उत्तर प्रदेश में हुआ। वह बीते कई महीने से बीमार चल रहे थे। ओ. पी. शर्मा गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे। उन्होंने फॉर्च्यून हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख