"अर्घ्य": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
(''''अर्घ्य''' (विशेषण) [अर्थ+यत् अर्धमर्हति] ::1. मुल्यवा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''अर्घ्य''' ([[विशेषण]]) [अर्थ+यत् अर्धमर्हति]  
'''अर्घ्य''' ([[विशेषण]]) [अर्घ+यत् अर्घमर्हति]  
::1. मुल्यवान अनर्थ-अनमोल दे. श. के नी.  
::1. मुल्यवान '''अनर्घ'''-अनमोल दे. श. के नी.  
::2. सम्माननीय तानयनिर्घ्यमादाय दूरात्प्रत्युद्ययी गिरि 6/50, शि. 1/14,'''-ध्यम''' किसी [[देवता]] या व्यक्ति को सादर आहुति या उपहार,'''-अध्य'''-विक्रम. 5, ददतु तरवः पुष्पैरध्यं फले मधुश्चुतः-उत्तर. 3/24, अर्घ्यमर्घ्यमिति वादिन नृपम्-रघु. 11/69, कु. 1-58, 6/50<ref>{{पुस्तक संदर्भ|पुस्तक का नाम=संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश|लेखक=वामन शिवराम आप्टे|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=कमल प्रकाशन, [[नई दिल्ली]]-110002|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=102|url=|ISBN=}}</ref>
::2. सम्माननीय तानयनिर्घ्यमादाय दूरात्प्रत्युद्ययी गिरि 6/50, शि. 1/14,'''-र्घ्यम्‌''' किसी [[देवता]] या सम्मान्य व्यक्ति को सादर आहुति या उपहार,'''-अर्घयस्मै'''-विक्रम. 5, ददतु तरवः पुष्पैरध्यं फले मधुश्चुतः-उत्तर. 3/24, अर्घ्यमर्घ्यमिति वादिन नृपम्-रघु. 11/69, कु. 1-58, 6/50<ref>{{पुस्तक संदर्भ|पुस्तक का नाम=संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश|लेखक=वामन शिवराम आप्टे|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=कमल प्रकाशन, [[नई दिल्ली]]-110002|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=102|url=|ISBN=}}</ref>





06:10, 5 नवम्बर 2023 के समय का अवतरण

अर्घ्य (विशेषण) [अर्घ+यत् अर्घमर्हति]

1. मुल्यवान अनर्घ-अनमोल दे. श. के नी.
2. सम्माननीय तानयनिर्घ्यमादाय दूरात्प्रत्युद्ययी गिरि 6/50, शि. 1/14,-र्घ्यम्‌ किसी देवता या सम्मान्य व्यक्ति को सादर आहुति या उपहार,-अर्घयस्मै-विक्रम. 5, ददतु तरवः पुष्पैरध्यं फले मधुश्चुतः-उत्तर. 3/24, अर्घ्यमर्घ्यमिति वादिन नृपम्-रघु. 11/69, कु. 1-58, 6/50[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 102 |

संबंधित लेख