"पहेली 19 मई 2024": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('{| class="bharattable-green" width="100%" |- | right|120px <quiz display=simple> {"अंग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
पंक्ति 9: पंक्ति 9:
-[[एम. जी. रानाडे]]
-[[एम. जी. रानाडे]]
+[[रमेश चन्द्र दत्त]]
+[[रमेश चन्द्र दत्त]]
||[[चित्र:Romesh-Chunder-Dutt.jpg|border|100px|right|रमेश चन्द्र दत्त]]'रमेश चन्द्र दत्त' [[अंग्रेज़ी]] और [[बंगला भाषा]] के प्रसिद्ध लेखक थे। वे धन के बहिर्गमन की विचारधारा के प्रवर्तक तथा महान् शिक्षाशास्त्री थे। सन [[1899]] में [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के [[लखनऊ अधिवेशन]] की अध्यक्षता इन्होंने की थी। इनकी रचनाओं में 'ब्रिटिश भारत का आर्थिक इतिहास', 'विक्टोरिया युग में भारत' और 'प्राचीन भारतीय सभ्यता का इतिहास' आदि शामिल हैं। ऐतिहासिक [[उपन्यासकार]] के रूप में [[रमेश चन्द्र दत्त]] को विशेष ख्याति प्राप्त हुई थी। आरम्भ में रमेश चन्द्र दत्त ने अंग्रेज़ी भाषा में भारतीय [[संस्कृत]] और [[इतिहास]] पर 14 स्तरीय ग्रंथों की रचना की। बाद में [[बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय|बंकिमचंद्र]] के प्रभाव से अपनी मातृभाषा बंगला में रचनाएँ करने लगे।अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रमेश चन्द्र दत्त]]
||[[चित्र:Romesh-Chunder-Dutt.jpg|border|100px|right|रमेश चन्द्र दत्त]]'रमेश चन्द्र दत्त' [[अंग्रेज़ी]] और [[बंगला भाषा]] के प्रसिद्ध लेखक थे। वे धन के बहिर्गमन की विचारधारा के प्रवर्तक तथा महान् शिक्षाशास्त्री थे। सन [[1899]] में [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के [[कांग्रेस अधिवेशन लखनऊ|लखनऊ अधिवेशन]] की अध्यक्षता इन्होंने की थी। इनकी रचनाओं में 'ब्रिटिश भारत का आर्थिक इतिहास', 'विक्टोरिया युग में भारत' और 'प्राचीन भारतीय सभ्यता का इतिहास' आदि शामिल हैं। ऐतिहासिक [[उपन्यासकार]] के रूप में [[रमेश चन्द्र दत्त]] को विशेष ख्याति प्राप्त हुई थी। आरम्भ में रमेश चन्द्र दत्त ने अंग्रेज़ी भाषा में भारतीय [[संस्कृत]] और [[इतिहास]] पर 14 स्तरीय ग्रंथों की रचना की। बाद में [[बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय|बंकिमचंद्र]] के प्रभाव से अपनी मातृभाषा बंगला में रचनाएँ करने लगे।अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रमेश चन्द्र दत्त]]
</quiz>
</quiz>



10:49, 19 अप्रैल 2024 के समय का अवतरण