"नगाड़ा": अवतरणों में अंतर
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05:47, 19 सितम्बर 2010 का अवतरण
- लोक उत्सवों के अवसर पर इसे बजाते हैं।
- फाग गीतों में इसका विशेष प्रयोग होते हैं ।
- नगाड़ों में जोड़े अलग-अलग होते हैं । जिसमें एकाकी आवाज पतली तथा दूसरे की आवाज मोटी होती है । जिसे लकड़ी की डंडियों से पीटकर बजाया जाते हैं ।
- यह नीचे पकी हुई मिट्टी का बना होता है ।
- यह एक भारतीय वाद्य है।
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