"दक्षिणायण": अवतरणों में अंतर

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11:37, 21 सितम्बर 2010 का अवतरण

  • दक्षिणायण में सूर्य कर्क से धनु राशि में भ्रमण करते हैं।
  • दक्षिणायण देवताओं की रात्रि माना जाता है।
  • दक्षिणायन का समय देवताओं की रात्रि माना जाता है।
  • जब सूर्य कर्क राशि अर्थात 21-22 जून से ले कर छ: माह तक अर्थात धनु राशि तक रहता है , तब तक दक्षिणायन कहलाता है। इसे 'याम्य अयन' भी कहते है
  • दक्षिणायन में वर्षा , शरद और हेमंत आदि ऋतु होती है।
  • इस काल में सूर्य पितरों का अधिपति माना जाता है।
  • इस काल में षोड़श कर्म और अन्य मांगलिक कर्मों के आतिरिक्त अन्य कर्म ही मान्य है।


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