"आनन्द (बौद्ध)": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
('*ये बुद्ध और देवदत्त के भाई थे और बुद्ध के दस सर्वश्...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
No edit summary
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
*आनंद को बुद्ध के निर्वाण के पश्चात प्रबोधन प्राप्त हुआ।  
*आनंद को बुद्ध के निर्वाण के पश्चात प्रबोधन प्राप्त हुआ।  
*वे अपनी स्मरण शक्ति के लिए प्रसिद्ध थे।  
*वे अपनी स्मरण शक्ति के लिए प्रसिद्ध थे।  
*जिस समय भगवान बुद्ध [[मथुरा]] आये थे,तब उन्होंने आनन्द से कहा था कि 'यह आदि राज्य है, जिसने अपने लिये राजा (महासम्मत) चुना  
*जिस समय भगवान बुद्ध [[मथुरा]] आये थे, तब उन्होंने आनन्द से कहा था कि 'यह आदि राज्य है, जिसने अपने लिये राजा (महासम्मत) चुना था।'
 
{{लेख प्रगति
था।'
|आधार=आधार1
|प्रारम्भिक=
|माध्यमिक=
|पूर्णता=
|शोध=
}}
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{बौद्ध दर्शन2}}
{{बौद्ध दर्शन2}}

07:01, 11 नवम्बर 2010 का अवतरण

  • ये बुद्ध और देवदत्त के भाई थे और बुद्ध के दस सर्वश्रेष्ठ शिष्यों में से एक हैं ।
  • ये लगातार बीस वर्षों तक बुद्ध की संगत में रहे।
  • इन्हें गुरु का सर्वप्रिय शिष्य माना जाता था ।
  • आनंद को बुद्ध के निर्वाण के पश्चात प्रबोधन प्राप्त हुआ।
  • वे अपनी स्मरण शक्ति के लिए प्रसिद्ध थे।
  • जिस समय भगवान बुद्ध मथुरा आये थे, तब उन्होंने आनन्द से कहा था कि 'यह आदि राज्य है, जिसने अपने लिये राजा (महासम्मत) चुना था।'
पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख

साँचा:बौद्ध दर्शन2 साँचा:बौद्ध दर्शन



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ