"गिरनार": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (श्रेणी:नया पन्ना; Adding category Category:गुजरात (को हटा दिया गया हैं।))
छो (Adding category Category:इतिहास कोश (Redirect Category:इतिहास कोश resolved) (को हटा दिया गया हैं।))
पंक्ति 11: पंक्ति 11:
[[Category:मौर्य काल]]
[[Category:मौर्य काल]]
[[Category:गुजरात]]
[[Category:गुजरात]]
[[Category:इतिहास कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

07:45, 25 नवम्बर 2010 का अवतरण

गुजरात में जूनागढ़ के निकट पर्वत का नाम गिरनार है। यहाँ पर एक चट्टान पर मौर्य सम्राट अशोक का चतुर्दश शिलालेख अकिंत है। उसी चट्टान के दूसरी ओर शक क्षत्रप रुद्रदामन का अभिलेख (150ई.) है, जिसमें मौर्य सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के आदेश से वहाँ पर सुदर्शन झील के निर्माण का उल्लेख है। रुद्रदामन के जूनागढ़ लेख से ज्ञात होता है कि सम्राट अशोक के समय तुशाष्प नामक अधीनस्थ यवन राज्यपाल के रुप में सौराष्ट्र पर शासन करता था।

तीर्थ स्थल

इन दोनों ऐतिहासिक अभिलेखों के अलावा गिरनार जैन मतावलम्बियों का पवित्र तीर्थ स्थान है। यहाँ मल्लिनाथ और नेमिनाथ के स्मारक बने हुए हैं। जैनों के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में प्रमुख 1118 मीटर ऊँचे गिरनार पर्वत पर संगमरमर से बने 16 मन्दिर विशेष रुप से दर्शनीय हैं। ऊपर तक पहुँचने के लिए दर्शकों को पत्थरों से तराशी गयी दस हजार सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। सबसे प्राचीन और विशाल मंदिर 22वें तीर्थंकर नेमिनाथ का है, जिसका निर्माण 112वीं शताब्दी में हुआ था।

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध