"संयुक्त राष्ट्र": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) छो (श्रेणी:नया पन्ना (को हटा दिया गया हैं।)) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "काफी" to "काफ़ी") |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
[[चित्र:Un-women-news.jpg|thumb]] | [[चित्र:Un-women-news.jpg|thumb]] | ||
'''<u>भारत ने जीती संयुक्त राष्ट्र की यूएन वीमेन संस्था सीट</u>'''<br /> | '''<u>भारत ने जीती संयुक्त राष्ट्र की यूएन वीमेन संस्था सीट</u>'''<br /> | ||
संयुक्त राष्ट्र की तरफ से महिलाओं की समानता और उनकी सशक्तिकरण के लिए बनाई गई नई संस्था यूएन वीमेन के लिए [[भारत]] ने सीट जीत ली है। संस्था की सीट जीतने के बाद संयुक्त राष्ट्र में [[भारत]] के दूत हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि भारत एक ऐसा देश है जिसने संयुक्त राष्ट्र में लैंगिक समानता और महिलाओं की सशक्तिकरण को | संयुक्त राष्ट्र की तरफ से महिलाओं की समानता और उनकी सशक्तिकरण के लिए बनाई गई नई संस्था यूएन वीमेन के लिए [[भारत]] ने सीट जीत ली है। संस्था की सीट जीतने के बाद संयुक्त राष्ट्र में [[भारत]] के दूत हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि भारत एक ऐसा देश है जिसने संयुक्त राष्ट्र में लैंगिक समानता और महिलाओं की सशक्तिकरण को काफ़ी महत्व के साथ रेखांकित किया है। राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की केंद्रीय भागीदारी को भारत ने जबरदस्त तरीके से अनुभव किया है और इसी अनुभव को हम 'यूएन वीमेन' के प्रबंधक संस्थान में लाना चाहते हैं... | ||
====<u>समाचार को विभिन्न स्त्रोतों पर पढ़ें</u>==== | ====<u>समाचार को विभिन्न स्त्रोतों पर पढ़ें</u>==== |
11:16, 30 नवम्बर 2010 का अवतरण
समाचार
शुक्रवार, 12 नवंबर, 2010
भारत ने जीती संयुक्त राष्ट्र की यूएन वीमेन संस्था सीट
संयुक्त राष्ट्र की तरफ से महिलाओं की समानता और उनकी सशक्तिकरण के लिए बनाई गई नई संस्था यूएन वीमेन के लिए भारत ने सीट जीत ली है। संस्था की सीट जीतने के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के दूत हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि भारत एक ऐसा देश है जिसने संयुक्त राष्ट्र में लैंगिक समानता और महिलाओं की सशक्तिकरण को काफ़ी महत्व के साथ रेखांकित किया है। राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की केंद्रीय भागीदारी को भारत ने जबरदस्त तरीके से अनुभव किया है और इसी अनुभव को हम 'यूएन वीमेन' के प्रबंधक संस्थान में लाना चाहते हैं...
समाचार को विभिन्न स्त्रोतों पर पढ़ें
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ