"प्रयोग:फ़ौज़िया5": अवतरणों में अंतर
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+अद्भुत | +अद्भुत | ||
-शान्त | -शान्त | ||
{[[हिन्दी भाषा]] की बोलियों के आधार पर छत्तीसगढ़ी बोली है? | |||
|type="()"} | |||
+पूर्वी हिन्दी | |||
-पश्चिमि हिन्दी | |||
-पहाड़ी हिन्दी | |||
-[[राजस्थानी भाषा|राजस्थानी]] हिन्दी | |||
{'यह काम मैं आप कर लूँगा' पंक्तियों में 'आप' है? | |||
|type="()"} | |||
-सम्बन्धवाचक सर्वनाम | |||
+निजवाचक सर्वनाम | |||
-निश्चयवाचक सर्वनाम | |||
-पुरुषवाचक सर्वनाम | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सा स्त्रीलिंग में प्रयुक्त होता है? | |||
|type="()"} | |||
+ऋतु | |||
-पण्डित | |||
-हंस | |||
-आचार्य | |||
{[[रामचरितमानस]] एक भक्ति काव्य है। इसमें दुष्ट वन्दना का रहस्य है? | |||
|type="()"} | |||
-[[तुलसीदास|तुलसी]] की व्यापक दृष्टि | |||
+तुलसी का सभी को राममय देखना | |||
-तुलसी की उदारता | |||
-तुलसी का शील-सौजन्य | |||
{[[देवता]]ओं, महापुरुषों, सज्जनों के साथ दुष्टों की वन्दना इसलिए सार्थक कही जायेगी कि महाकवि [[तुलसीदास]]? | |||
|type="()"} | |||
-संत कवि थे | |||
-उदार नेता थे | |||
-हित-अनहित और अपने-पराये की भावना से ऊपर उठ चुके थे | |||
+निर्वरता चाहते थे | |||
{जीवन में हास्य का महत्व इसलिए है कि वह जीवन को? | |||
|type="()"} | |||
-प्रयोग देता है | |||
-आनन्दित करता है | |||
-आगे बढ़ाता है | |||
+सरस बनाता है | |||
{[[श्रृंगार रस]] का स्थायी भाव है? | |||
|type="()"} | |||
+रति | |||
-हास | |||
-शोक | |||
-निर्वेद | |||
{किस रस का संचारी भाव उग्रता, गर्व, हर्ष आदि है? | |||
|type="()"} | |||
-श्रृंगार | |||
+वीर | |||
-वात्सल्य | |||
-रौद्र | |||
{किस रस का रंचारी उद्देपन विभाग बादल की घटाएम, कोयल का बोलना, बसंत ऋतु आदि होते हैं? | |||
|type="()"} | |||
+श्रृंगार | |||
-वत्सल | |||
-अद्भुत | |||
-शांत | |||
{अर्द्धसम मात्रिक जाति का छन्द है? | |||
|type="()"} | |||
-रोला | |||
+दोहा | |||
-चौपाई | |||
-कुण्डलिया | |||
{चौपाई के प्रत्येक चरण में मात्राएँ होती हैं? | |||
|type="()"} | |||
-11 | |||
-13 | |||
+16 | |||
-15 | |||
{उपर्युक्त पंक्तियों में अलंकार है? | |||
<poem>पराधीन जो जन, नहीं स्वर्ग नरक ता हेतु। | |||
पराधीन जो जन नहीं, स्वर्ग नरक ता हेतु॥</poem> | |||
|type="()"} | |||
+अनुप्रास | |||
-यमक | |||
-श्लेष | |||
-उपमा | |||
{जहाँ शब्दों, शब्दांशों या वाक्यांशों की आवृत्ति हो, किंतु उनके अर्थ भिन्न हों, वहाँ निम्नलिखित अलंकार है? | |||
|type="()"} | |||
-श्लोक | |||
-वक्रोक्ति | |||
+यमक | |||
-रूपक | |||
{'[[मुख]] रूपी चाँद पर राहु भी धोखा खा गया' पंक्तियों में अलंकार है? | |||
|type="()"} | |||
-श्लोक | |||
-वक्रोक्ति | |||
-उपमा | |||
+रूपक | |||
{जहाँ किसी वस्तु का लोक-सीमा से इतना बढ़कर वर्णन किया जाए कि वह असम्भव की सीमा तक पहुँच जाए, वहाँ अलंकार होता है? | |||
|type="()"} | |||
-अतिशयोक्ति | |||
-विरोधाभास | |||
+अत्युक्ति | |||
-अत्य्रेक्षा | |||
{[[बिहारी लाल|बिहारी]] निम्नलिखित में से किस काल के कवि थे? | |||
|type="()"} | |||
-वीरगाथा काल | |||
-भक्ति काल | |||
+रीति काल | |||
-आधुनिक काल | |||
{भक्ति काल की रामाश्रयी शाखा के निम्नलिखित में से कौन-से कवि हैं? | |||
|type="()"} | |||
-[[सूरदास]] | |||
-[[मीराबाई]] | |||
-[[मलिक मुहम्मद जायसी|जायसी]] | |||
+[[तुलसीदास]] | |||
{'नमक का दरोगा' कहानी के लेखक हैं? | |||
|type="()"} | |||
-[[जयशंकर प्रसाद]] | |||
+[[मुंशी प्रेमचंद|प्रेमचंद]] | |||
-गुलाब राय | |||
-[[रामचन्द्र शुक्ल]] | |||
{उपन्यास और कहानी का मूल अन्तर है, उसका - | |||
|type="()"} | |||
-आकार-प्रकार | |||
+विषय निरूपण | |||
-घटना का चयन | |||
-पात्रों की विविधता | |||
{[[मुंशी प्रेमचंद|प्रेमचंद]] का एक सशक्त उपन्यास 'गोदान' है? | |||
|type="()"} | |||
-राजनैतिक | |||
-धार्मिक | |||
+सामाजिक | |||
-एतिहासिक | |||
{[[सूरदास]] किस काल के कवि थे? | |||
|type="()"} | |||
-रीतिकाल | |||
+भक्ति काल | |||
-आधुनिक काल | |||
-इनमें से कोई नहीं | |||
{वियोगी हरि जी का पूर्ण नाम था? | |||
|type="()"} | |||
-श्री रामप्रसाद द्विवेदी | |||
-श्री हरिहर प्रसाद द्विवेदि | |||
+श्री हरि द्विवेदि | |||
-श्री गिरधर द्विवेदि | |||
{[[अवधी भाषा]] को सर्वाधिक लोकप्रिय महाकाव्य का नाम है? | |||
|type="()"} | |||
-पद्मावत | |||
-मधुमालती | |||
-मृगावती | |||
+[[रामचरितमानस]] | |||
{प्रगीत काव्य में प्रधानता होती है? | |||
|type="()"} | |||
+भावना और गीतात्मकता की | |||
-संगीतात्मकता की | |||
-प्रकृति चित्रण की | |||
-उपर्युक्त में से किसी की नहीं\ | |||
{[[मलिक मुहम्मद जायसी|जायसी]] के सर्वोत्कृष्ट ग्रंथ का नाम है? | |||
|type="()"} | |||
-आखिरि सलाम | |||
-अखरावट | |||
-मधुमालती | |||
+पद्ममावत | |||
{'स्मृति की रेखाएँ' रेखा चित्र के रचनाकार है? | |||
|type="()"} | |||
-डॉ. श्याम सुन्दर दास | |||
+[[महादेवी वर्मा]] | |||
-[[हजारी प्रसाद द्विवेदि]] | |||
-महाविर प्रसाद द्विवेदि | |||
{आचार्य महाविर प्रसाद द्विवेदि निम्नलिखित में से किस पत्रिका के सम्पादक थे? | |||
|type="()"} | |||
-साहित्य संदेश | |||
-विशाल भारत | |||
+सरस्वती | |||
-विनय पत्रिका | |||
{आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के निबन्ध संग्रह का नाम है? | |||
|type="()"} | |||
+चिंतामणि | |||
-झरना | |||
-आँसू | |||
-कामायनी | |||
{उपर्युकत पंक्तियों में रस है? | {उपर्युकत पंक्तियों में रस है? | ||
<poem>'सोभित कर नवनीत लिये | <poem>'सोभित कर नवनीत लिये | ||
घुटुतुन चलन रेनु तन मंड़ित | घुटुतुन चलन रेनु तन मंड़ित |
05:38, 26 दिसम्बर 2010 का अवतरण
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