"लिंग": अवतरणों में अंतर
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*जिन पदों पर साधारणतया पुरुष वर्ग ही आसीन होता रहा है, उनके सूचक संज्ञा पदों को पुल्लिंग ही माना जाता है, चाहे उन पर स्त्रियाँ ही आसीन क्यों न हो। | |||
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राष्ट्रपति, राज्यपाल, मंत्री, ज़िलाधिकारी, सिपाही, पटवारी आदि। | |||
*जाति, उपजाति, देश, देशवासी, सागर, वार और ग्रह के सूचक शब्द पुल्लिंग होते हैं। | |||
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ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र, हिन्दू, मुसलमान, ईसाई आदि। | |||
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मिश्र, पांडेय, कायस्थ, खन्ना, कपूर, अग्रवाल आदि। | |||
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भारत, जापान, चीन, रूस, अमरीका आदि। | |||
:देशवासी-भारतीय, चीनी, जापानी, रूसी, बर्मी आदि। | |||
:सागर-हिन्द, प्रशान्त, लाल, काला, भूध्य आदि। | |||
:वार-सोम, मंगल, बुध आदि। | |||
:ग्रह-सूर्य, शनि, नैपच्यून आदि। | |||
*पृथ्वी, तिथि, राशि, नदी और भाषा के सूचक शब्द स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे- | |||
:पृथ्वी-धरती, मही, वसुन्धरा। | |||
:तिथि-परिवा, दौज, तीज, चौथ, अमावस्या, पूर्णिमा। | |||
:राशि-कुम्भ, मीन, तुला, सिंह। | |||
:नदी-गंगा, यमुना, कावेरी, गोदावरी। | |||
:भाषा-हिन्दी, अंग्रेज़ी, उर्दू, मराठी, गुजराती। | |||
*अंगवाचक शब्द व्यवहार के अनुसार कुछ पुल्लिंग और कुछ स्त्रीलिंग माने जाते हैं। जैसे- | |||
:पुल्लिंग- हाथ, पैर, मस्तक, सिर, बाल, पेट, घुटना, पलक, होठ, दाँत, कण्ठ, गाल, पंजा, अंगूठा, नाखून। | |||
:स्त्रीलिंग- नाक, आँख, जीभ, पुतली, छाती, पीट, जाँघ, गुदा, एड़ी, हथेली, कुहनी, टाँग, कमर, उँगली, कलाई। | |||
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06:26, 27 दिसम्बर 2010 का अवतरण
संज्ञा के उस रूप को लिंग कहते हैं, जिसके द्वारा वाचक शब्दों की जाति का बोध होता है। हिन्दी में केवल दो लिंग होते हैं-
- पुल्लिंग
- स्त्रीलिंग
पुल्लिंग
- जो संज्ञापद पुरुष वर्ग के वाचक होते हैं, उन्हें पुल्लिंग कहते हैं।
- जैसे, लड़का, आदमी, घोड़ा, शेर, बकरा, राजा आदि।
स्त्रीलिंग
- जो संज्ञापद स्त्री वर्ग के वाचक होते हैं, उन्हें स्त्रीलिंग कहते हैं।
- जैसे, लड़की, औरत, घोड़ी, शेरनी, बकरी, रानी आदि।
पुल्लिंग से स्त्रीलिंग बनाने के नियम
- सम्बन्धवाचक तथा प्राणिवाचक आकारान्त पुल्लिंग संज्ञाओं के अन्त में 'ई' लगाकर अथवा अ या आ के स्थान पर 'ई' कर देने से स्त्रीलिंग पद बन जाते हैं। जैसे-
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- कुछ आकारान्त पुल्लिंग संज्ञाओं के अन्त में 'इया' लगा देने से स्त्रीलिंग पद बन जाते हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
---|---|
बूढ़ा | बुढ़िया |
बेटा | बिटिया |
कुत्ता | कुतिया |
चूहा | चुहिया |
- कुछ प्राणिवाचक संज्ञाओं के अन्त में 'इन' लगा देने से स्त्रीलिंग पद बन जाते हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
---|---|
साँप | साँपिन |
बाघ | बाघिन |
नाग | नागिन |
नाती | नातिन |
- किसी व्यवसाय अथवा पेशे का बोध कराने वाली पुल्लिंग संज्ञाओं के अन्त में भी 'इन' लगा देने से स्त्रीलिंग पद बन जाते हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
---|---|
माली | मालिन |
नाई | नाइन |
चमार | चमारिन |
लुहार | लुहारिन |
- कुछ प्राणिवाचक पुल्लिंग संज्ञाओं के अन्त में 'नी' जोड़ देने से भी स्त्रीलिंग पद बन जाते हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
---|---|
सिंह | सिंहनी |
शेर | शेरनी |
ऊँट | ऊँटनी |
मोर | मोरनी |
- कुछ पुल्लिंग संज्ञाओं के अन्त में 'आनी' जोड़ देने से स्त्रीलिंग पद बन जाते हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
---|---|
सेठ | सेठानी |
चौधरी | चौधरानी |
देवर | देवरानी |
नौकर | नौकरानी |
- कुछ पुल्लिंग संज्ञाओं के अन्त में 'आइन' जोड़ देने से स्त्रीलिंग पद बन जाते हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
---|---|
पंडित | पंडिताइन |
ठाकुर | ठकुराइन |
चौधरी | चौधराइन |
- कुछ पुल्लिंग संज्ञाओं के स्त्रीलिंग पद पूर्णतया भिन्न् होते हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
---|---|
पुरुष | स्त्री |
मर्द | औरत |
पिता | माता |
बाप | माँ |
- कुछ पुल्लिंग संज्ञाओं के पहले 'मादा' लगाकर स्त्रीलिंग पद बनाये जाते हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
---|---|
भालू | मादा भालू |
भेड़िया | मादा भेड़िया |
खरगोश | मादा खदगोश |
- कुछ स्त्रीलिंग संज्ञाओं के पहले 'नर' लगाकर पुल्लिंग पद भी बनाये जाते हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
---|---|
मछली | नर मछली |
छिपकली | नर छिपकली |
चील | नर चील |
- कुछ स्त्रीलिंग संज्ञाओं के आगे 'आ' जोड़कर भी पुल्लिंग पद बना लिये जाते हैं। जैसे-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
---|---|
भैंस | भैंसा |
भेड़ | भेड़ा |
मौसी | मौसा |
जीजी | जीजा |
विशेष
- जिन पदों पर साधारणतया पुरुष वर्ग ही आसीन होता रहा है, उनके सूचक संज्ञा पदों को पुल्लिंग ही माना जाता है, चाहे उन पर स्त्रियाँ ही आसीन क्यों न हो।
- उदाहरण
राष्ट्रपति, राज्यपाल, मंत्री, ज़िलाधिकारी, सिपाही, पटवारी आदि।
- जाति, उपजाति, देश, देशवासी, सागर, वार और ग्रह के सूचक शब्द पुल्लिंग होते हैं।
- जाति
ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र, हिन्दू, मुसलमान, ईसाई आदि।
- उपजाति
मिश्र, पांडेय, कायस्थ, खन्ना, कपूर, अग्रवाल आदि।
- देश
भारत, जापान, चीन, रूस, अमरीका आदि।
- देशवासी-भारतीय, चीनी, जापानी, रूसी, बर्मी आदि।
- सागर-हिन्द, प्रशान्त, लाल, काला, भूध्य आदि।
- वार-सोम, मंगल, बुध आदि।
- ग्रह-सूर्य, शनि, नैपच्यून आदि।
- पृथ्वी, तिथि, राशि, नदी और भाषा के सूचक शब्द स्त्रीलिंग होते हैं। जैसे-
- पृथ्वी-धरती, मही, वसुन्धरा।
- तिथि-परिवा, दौज, तीज, चौथ, अमावस्या, पूर्णिमा।
- राशि-कुम्भ, मीन, तुला, सिंह।
- नदी-गंगा, यमुना, कावेरी, गोदावरी।
- भाषा-हिन्दी, अंग्रेज़ी, उर्दू, मराठी, गुजराती।
- अंगवाचक शब्द व्यवहार के अनुसार कुछ पुल्लिंग और कुछ स्त्रीलिंग माने जाते हैं। जैसे-
- पुल्लिंग- हाथ, पैर, मस्तक, सिर, बाल, पेट, घुटना, पलक, होठ, दाँत, कण्ठ, गाल, पंजा, अंगूठा, नाखून।
- स्त्रीलिंग- नाक, आँख, जीभ, पुतली, छाती, पीट, जाँघ, गुदा, एड़ी, हथेली, कुहनी, टाँग, कमर, उँगली, कलाई।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ