नीचे दिए हुए पृष्ठों पर बहु छल बल सुग्रीव कर की कड़ियाँ हैं:
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- दसमुख देखि सिरन्ह कै बाढ़ी (← कड़ियाँ)
- समर भूमि दसकंधर कोप्यो (← कड़ियाँ)
- जो चेतन कहँ जड़ करइ (← कड़ियाँ)
- कहेउँ ग्यान सिद्धांत बुझाई (← कड़ियाँ)
- हाहाकार सुरन्ह जब कीन्हा (← कड़ियाँ)
- परम प्रकास रूप दिन राती (← कड़ियाँ)
- प्रबल अबिद्या तम मिटि जाई (← कड़ियाँ)
- काटे सिर नभ मारग धावहिं (← कड़ियाँ)
- कहँ रामु कहि सिर निकर (← कड़ियाँ)
- गरल सुधासम अरि हित होई (← कड़ियाँ)
- राम भगति मनि उर बस जाकें (← कड़ियाँ)
- पुनि दसकंठ क्रुद्ध (← कड़ियाँ)
- सो मनि जदपि प्रगट जग अहई (← कड़ियाँ)
- आवत देखि सक्ति अति घोरा (← कड़ियाँ)
- लागि सक्ति मुरुछा कछु भई (← कड़ियाँ)
- पावन पर्बत बेद पुराना (← कड़ियाँ)
- रे कुभाग्य सठ मंद कुबुद्धे (← कड़ियाँ)
- तेहि कारन खल अब लगि बाँच्यो (← कड़ियाँ)
- उर माझ गदा प्रहार घोर (← कड़ियाँ)
- भाव सहित खोजइ जो प्रानी (← कड़ियाँ)
- उमा बिभीषनु रावनहि (← कड़ियाँ)
- राम सिंधु घन सज्जन धीरा (← कड़ियाँ)
- अस बिचारि जोइ कर सतसंगा (← कड़ियाँ)
- देखा श्रमित बिभीषनु भारी (← कड़ियाँ)
- ब्रह्म पयोनिधि मंदर (← कड़ियाँ)
- ठाढ़ रहा अति कंपित गाता (← कड़ियाँ)
- गहिसि पूँछ कपि सहित उड़ाना (← कड़ियाँ)
- बिरति चर्म असि ग्यान (← कड़ियाँ)
- सोहहिं नभ छल बल बहु करहीं (← कड़ियाँ)
- पुनि सप्रेम बोलेउ खगराऊ (← कड़ियाँ)
- प्रथमहिं कहहु नाथ मतिधीरा (← कड़ियाँ)
- संभारि श्रीरघुबीर धीर (← कड़ियाँ)
- संत असंत मरम तुम्ह जानहु (← कड़ियाँ)
- तब रघुबीर पचारे (← कड़ियाँ)
- अंतरधान भयउ छन एका (← कड़ियाँ)
- मानस रोग कहहु समुझाई (← कड़ियाँ)
- देखे कपिन्ह अमित दससीसा (← कड़ियाँ)
- दहँ दिसि धावहिं कोटिन्ह रावन (← कड़ियाँ)
- सब सुर जिते एक दसकंधर (← कड़ियाँ)
- जाना प्रताप ते रहे निर्भय (← कड़ियाँ)
- सुर बानर देखे बिकल (← कड़ियाँ)
- प्रभु छन महुँ माया सब काटी (← कड़ियाँ)
- भुज उठाइ रघुपति कपि फेरे (← कड़ियाँ)
- अस्तुति करत देवतन्हि देखें (← कड़ियाँ)
- हाहाकार करत सुर भागे (← कड़ियाँ)
- गहि भूमि पार्यो लात मार्यो (← कड़ियाँ)
- तब रघुपति रावन के (← कड़ियाँ)
- सिर भुज बाढ़ि देखि रिपु केरी (← कड़ियाँ)
- बालितनय मारुति नल नीला (← कड़ियाँ)
- एक नखन्हि रिपु बपुष बिदारी (← कड़ियाँ)