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विशेष आलेख

बाघ
बाघ
बाघ
  • राष्ट्रीय पशु 'बाघ' पीले रंगों और धारीदार लोमचर्म वाला एक पशु है।
  • बाघ की आठ प्रजातियों में से भारत में पाई जाने वाली प्रजाति को रॉयल बंगाल टाइगर के नाम से जाना जाता है।
  • देश के सभी अभयारण्य में लगातार इनकी संख्या कम होती जा रही है। बाघों की इस तरह गिरती संख्या पर केन्द्र सरकार ने 1973 में नौ टाइगर रिज़र्व इलाक़ों में 'बाघ बचाओ योजना' शुरू की।
  • वन्य जीवों के लिए काम करने वालों का मानना है कि साल 2025 तक बाघों के विलुप्त हो जाने का ख़तरा है। बाघों की कुल आबादी के 40 फ़ीसदी बाघ भारत में पाए जाते हैं। भारत के 17 प्रदेशों में बाघों के 23 संरक्षित क्षेत्र हैं। .... और पढ़ें

पिछले विशेष आलेख → हिन्दी भाषा · ब्रज · कोलकाता
एक पर्यटन स्थल

गोवा
डोना पॉला तट, गोवा
डोना पॉला तट, गोवा
  • भारतीय प्रायद्वीप के पश्चिमी किनारे पर स्थित गोवा एक छोटा-सा किन्तु बहुत सुन्दर राज्य है। यह उत्तर में महाराष्ट्र और दक्षिणी छोर से कर्नाटक द्वारा घिरा हुआ है।
  • स्वर्णिम इतिहास तथा विविधताओं का प्रतीक गोवा, पहले गोमानचला, गोपाकापट्टम, गोपाकापुरी, गोवापुरी, गोवाराष्ट्र इत्यादि महत्त्वपूर्ण नामों से मशहूर था।
  • गोवा के सुनहरे लम्बे समुद्र तट, आकर्षक चर्च, मन्दिर, पुराने क़िले और कलात्मक भग्नावशेषों ने पर्यटन को गोवा का प्रमुख उद्योग बना दिया है।
  • आज देश-विदेश में औसतन दस लाख पर्यटक गोवा के प्राकृतिक सौंदर्य एवं विशिष्ट सभ्यता से आकर्षित होकर यहाँ आते हैं। .... और पढ़ें

  • मनुष्य में तीनों चीज़ें वास करती हैं- मनुष्यता, पशुता और दिव्यता। -शिवानंद (दिव्योपदेश 2।26)
  • जीवन स्वयं में न तो अच्छा होता है, न बुरा। जैसा तुम इसे बना दो, यह तो वैसा ही अच्छा या बुरा बन जाता है। -मांतेन (निबंध) .... और पढ़ें
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

भारत कोश हलचल
विश्व हिन्दी दिवस (10 जनवरी) पुत्रदा एकादशी(10 जनवरी) प्रवासी भारतीय दिवस (09 जनवरी) गुरु गोविंद सिंह जयंती (06 जनवरी) लुई ब्रेल दिवस (04 जनवरी) नववर्ष (01 जनवरी) सोमवती अमावस्या (30 दिसम्बर) मासिक शिवरात्रि (29 दिसम्बर) सफला एकादशी(26 दिसम्बर) क्रिसमस (25 दिसम्बर) सुशासन दिवस (25 दिसम्बर) राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस (24 दिसम्बर) किसान दिवस (23 दिसम्बर) राष्ट्रीय गणित दिवस (22 दिसम्बर)


जन्म
सुकुमार सेन (02 जनवरी) मन्नत्तु पद्मनाभन (02 जनवरी) जैनेन्द्र कुमार (02 जनवरी) डी. एन. खुरोदे (02 जनवरी) बुला चौधरी (02 जनवरी) अश्विनी कुमार चौबे (02 जनवरी) लाखा सिंह (02 जनवरी) चन्द्रशेखर कम्बार (02 जनवरी) सम्पूर्णानंद (01 जनवरी) महादेव देसाई (01 जनवरी) सत्येंद्रनाथ बोस (01 जनवरी) मनीराम बागड़ी (01 जनवरी) उदय प्रकाश (01 जनवरी) काशीनाथ सिंह (01 जनवरी) अद्वैत मल्लबर्मन (01 जनवरी) नूर इनायत ख़ान (01 जनवरी) डिंको सिंह (01 जनवरी) राहत इंदौरी (01 जनवरी) असरानी (01 जनवरी) शकीला (01 जनवरी) आर. के. त्रिवेदी (01 जनवरी) नित्यानंद राय (01 जनवरी) शुभा मुद्गल (01 जनवरी)
मृत्यु
हरे कृष्ण मेहताब (02 जनवरी) विट्ठल रामजी शिंदे (02 जनवरी) बली राम भगत (02 जनवरी) अन्नाराम सुदामा (02 जनवरी) सफ़दर हाशमी (02 जनवरी) रमाकांत आचरेकर (02 जनवरी) राजेन्द्र शाह (02 जनवरी) डॉ. राधाबाई (02 जनवरी) मौलाना मज़हरुल हक़ (02 जनवरी) वसंत गोवारिकर (02 जनवरी) अनवर जलालपुरी (02 जनवरी) अजित प्रसाद जैन (02 जनवरी) बूटा सिंह (02 जनवरी) शान्ति स्वरूप भटनागर (01 जनवरी) हेमचंद दासगुप्त (01 जनवरी) डी. एन. खुरोदे (01 जनवरी) राजेन्द्र सिंहजी जडेजा (01 जनवरी) ग़ुलाम मोहम्मद सादिक़ (01 जनवरी)

समाचार

एक व्यक्तित्व

रबीन्द्रनाथ ठाकुर
रबीन्द्रनाथ ठाकुर
  • रबीन्द्रनाथ ठाकुर का जन्म 7 मई, 1861 कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) में देवेंद्रनाथ टैगोर और शारदा देवी के पुत्र के रूप में एक संपन्न बांग्ला परिवार में हुआ था।
  • रबीन्द्रनाथ ठाकुर एक बांग्ला कवि, कहानीकार, गीतकार, संगीतकार, नाटककार, निबंधकार और चित्रकार थे। जिन्हें 1913 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • गल्पगुच्छ की तीन जिल्दों में उनकी सारी चौरासी कहानियाँ संगृहीत हैं, जिनमें से केवल दस प्रतिनिधि कहानियाँ चुनना टेढ़ी खीर है।
  • रबीन्द्रनाथ ठाकुर अपनी कहानियाँ सबुज पत्र (हरे पत्ते) में छपाते थे। आज भी पाठकों को उनकी कहानियों में 'हरे पत्ते' और 'हरे गाछ' मिल सकते हैं।
  • रबीन्द्रनाथ ठाकुर एकमात्र कवि हैं जिनकी की दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं- भारत का राष्ट्र-गान जन गण मन और बांग्लादेश का राष्ट्रीय गान आमार सोनार बांग्ला गुरुदेव की ही रचनाएँ हैं।
  • रबीन्द्रनाथ ठाकुर की मृत्यु 7 अगस्त, 1941 को कलकत्ता में हुई। .... और पढ़ें

पिछले व्यक्तित्व → प्रेमचंद · शिवाजी
पट्टदकल स्थित भैरव की मूर्ति
पट्टदकल स्थित भैरव की मूर्ति

भैरव प्रतिमा, पट्टदकल, कर्नाटक

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