भारतकोश:Quotations/बुधवार

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
  • महानता अहंकार रहित होती है, तुच्छता अहंकार की सीमा पर पहुँच जाती है। -तिरुवल्लुवर (तिरुक्कुरल, 969)
  • कबीर सो धन संचिये, जो आगै कूँ होइ।
    सीस चढ़ाये पोटली, ले जात न देख्या कोइ॥ -कबीर (कबीर ग्रन्थावली, पृ॰ 33) .... और पढ़ें