बामियान
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- यह स्थान क़ाबुल (अफगानिस्तान) के निकट स्थित है।
- पाणिनि की अष्टाध्यायी के अनुसार इस स्थान का नाम वर्मती था।
- यहाँ से बौद्धकालीन अवशेष प्राप्त हुये हैं।
- यह स्थान मध्ययुग से पूर्व बौद्ध विद्वानों तथा विहारों के लिये प्रसिद्ध था।
- यहाँ के बौद्ध विहारों पर भित्तिचित्र बनाये गये थे।
- पाँचवी-छठी शताब्दी में यह स्थान हूणों के आधिपत्य में रहा।
- यह स्थल काफ़ी समय तक भारतीय सांस्कृतिक परम्परा से जुड़ा रहा।
- बीसवीं सदी में यहाँ से कुछ चित्र हटाकर यूरोपीय संग्रहालयों में रख दिये गये थे, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ