अगम्य
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हिन्दी | दुर्गम, जहाँ कोई ना पहुँच सके, जिसे जाना न जा सके, अपार, गहरा, विकट, कठिन, बहुत गहरा, अथाह, पहुँच से बाहर। |
-व्याकरण | विशेषण |
-उदाहरण | |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | अगम, अड़बंग, अति गहन, अलंघ्य, ऊबड़-खाबड़, औघट, गहन, गहरा, टेढ़ा, दुरंत, दुरुह, दुर्गम्य, दुर्लभ्य, दुरस्तर, निविड, प्रगाढ़, बीहड़, विकट, विषम, सघन। |
संस्कृत | (अ+गम्य)। |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
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अगम्य (विशेषण) [न गन्तुमर्हति गम्+यत न. त.]
1. गमन के अयोग्य; विकट, कठिन; दुर्गम, न जाने योग्य, पहुँच के बाहर (शा. और आलं.) योगिनाभप्यगम्यः आदि।
2. अकल्पनीय, अबोध्य-याः संपदस्ता मनसोऽप्यगम्याः- शि. 3/59 । 'गम्य' के अन्तर्गत भी देखिए। सम.-रूप (विशेषण) अकल्पनीय तथा अनतिक्रांत रूप या स्वभाव वाला-°रूपां पदवीं प्रपित्सुना-कि. 1/9[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 06 |
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