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- वाराणसी दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश राज्य, उत्तरी-मध्य भारत में गंगा नदी के बाएँ तट पर स्थित हिन्दुओं के सात पवित्र शहरों में से एक है।
- वाराणसी का पुराना नाम काशी है। वाराणसी विश्व का प्राचीनतम बसा हुआ शहर है जो हज़ारों साल से उत्तर भारत का धार्मिक एवं सांस्कृतिक केन्द्र रहा है।
- ऐतिहासिक आलेखों से प्रमाणित होता है कि ईसा पूर्व की छठी शताब्दी में वाराणसी भारतवर्ष का बड़ा ही समृद्धशाली और महत्त्वपूर्ण राज्य था।
- दो नदियों वरुणा और असि के मध्य बसा होने के कारण इसका नाम वाराणसी पड़ा। बनारस या वाराणसी का नाम पुराणों, रामायण, महाभारत जैसे अनेकानेक ग्रन्थों में मिलता है।
- वाराणसी संगीत और साहित्य का केंद्र तो रही ही है, लेकिन इसके साथ ही इस नगर ने हिन्दी के अनेक साहित्यकारों को भी जन्म दिया है, जिनमें भारतेंदु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद, प्रेमचंद, श्यामसुन्दर दास, राय कृष्णदास प्रमुख हैं।
- वाराणसी के घरानों की हिन्दुस्तानी संगीत में अपनी ही शैली है। भारत रत्न सम्मानित शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ाँ का जन्म भी वाराणसी में हुआ।
- वाराणसी, पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहाँ अनेक धार्मिक, ऐतिहासिक एवं सुंदर दर्शनीय स्थल हैं, जिनमें विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, सारनाथ, वाराणसी की नदियाँ और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रमुख हैं। .... और पढ़ें