काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
  • यह लोकोक्ति एक प्रचलित कहावत है।
  • इसका अर्थ- लकड़ी की हंडिया बार बार नहीं चढ़ती। किसी व्यक्ति को एक बार ही मूर्ख बनाया जा सकता है, बार-बार नहीं।


टीका टिप्पणी और संदर्भ