फ़ैज़ाबाद
फ़ैज़ाबाद उत्तरी भारत के पूर्वी उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक नगर है। फ़ैज़ाबाद लखनऊ के पूर्व में घाघरा नदी के तट पर स्थित है।
इतिहास
फ़ैज़ाबाद की स्थापना अवध के पहले नबाव सादत अली ख़ाँ ने 1730 में की थी और उन्होंने इसे अपनी राजधानी बनाया, लेकिन वह यहाँ बहुत कम समय व्यतीत कर पाए। तीसरे नवाब शुजाउद्दौला यहाँ रहते थे और उन्होंने नदी के तट 1764 में एक दुर्ग का निर्माण करवाया था; उनका और उनकी बेगम का मक़बरा इसी शहर में स्थित है। 1775 में अवध की राजधानी को लखनऊ ले जाया गया। 19वीं शताब्दी में फ़ैज़ाबाद का पतन हो गया।
यातायात और परिवहन
फ़ैज़ाबाद सड़क और रेल मार्ग द्वारा लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी (भूतपूर्व बनारस) और उत्तर भारत के अन्य शहरों से भलीभाँति जुड़ा हुआ है।
वायु मार्ग
फ़ैज़ाबाद का निकटतम हवाई अड्डा लखनऊ है। लखनऊ से फ़ैज़ाबाद लगभग 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके अलावा फ़ैज़ाबाद स्थित नाका में भी हवाई अड्डा है। यह हवाई अड्डा डॉ. राम मनोहर लोहिया यूनिवर्सिटी के समीप स्थित है।
रेल मार्ग
रेल मार्ग द्वारा दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी और इलाहाबाद द्वारा फ़ैज़ाबाद आसानी से पहुँचा जा सकता है।
सड़क मार्ग
फ़ैज़ाबाद सड़क मार्ग द्वारा भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, इलाहाबाद और अन्य जगहों से फ़ैज़ाबाद आसानी से पहुँचा जा सकता है।
कृषि और खनिज
फ़ैज़ाबाद, घाघरा नदी के दक्षिणी तट के किनारे जलोढ़ मैदान के उपजाऊ हिस्से पर बसा हुआ है। यहाँ प्रमुख फ़सलें धान, गन्ना, गेहूँ और तिलहन हैं। फ़ैज़ाबाद के दक्षिण-पूर्व में स्थित टांडा शहर में निर्यात के लिए हथकरघा वस्त्र का निर्माण होता है। सोहवाल के पास पनबिजली उत्पादन केंद्र है।
उद्योग और व्यापार
फ़ैज़ाबाद शहर के उद्योगों में चीनी प्रसंस्करण और तिलहन की पेराई शामिल है तथा यह कृषि उत्पादों का व्यापारिक केंद्र भी है।
शिक्षण संस्थान
फ़ैज़ाबाद अवध विश्वविद्यालय, पशु चिकित्सा महाविद्यालय और कई संग्रहालय हैं। अयोध्या (पूर्व) इसका उपनगर है।
पर्यटन
ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से भी यह स्थान काफी महत्त्वपूर्ण माना जाता है। कलकत्ता क़िला, नागेश्वर मंदिर, राम जन्मभूमि, सीता की रसोई, अयोध्या तीर्थ, गुरूद्वारा ब्रह्मकुण्ड और गुप्तसर घाट यहां के प्रमुख एवं प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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