सुदर्शन अग्रवाल

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सुदर्शन अग्रवाल

सुदर्शन अग्रवाल (19 जून, 1931 ई., लुधियाना) उत्तराखंड और सिक्किम के पूर्व राज्यपाल रह चुके हैं। वर्तमान समय में ये 'जिंदल पुरस्कार' प्रदान करने वाले निर्णायक मंडल में उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त हैं। सुदर्शन अग्रवाल के व्यतित्त्व के अनेक गौरवशाली पहलू रहे हैं।[1]

विभिन्न पद

सुदर्शन अग्रवाल ने प्रथम श्रेणी में कानून की डिग्री प्राप्त की। ये 1981 से 1993 तक राज्य सभा के महासचिव के पद को सुशोभित कर चुके हैं। ये 'दिल्ली जिमखाना क्लब' के अध्यक्ष भी रहे। यही नहीं वे 'सांस्कृतिक केन्द्र संस्कृति प्रतिष्ठान' के ट्रस्टी भी रह चुके हैं। सुदर्शन अग्रवाल पिछले 45 वर्षों से रोटेरियन हैं। वे भारत के 'रोटरी क्लब' के पूर्व अध्यक्ष हैं और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर तथा रोटरी इंटरनेशनल की कई समितियों के सदस्य और अध्यक्ष के पद को भी सम्मानित कर चुके हैं। अंतराष्ट्रीय मानवीय और शैक्षिक कार्यक्रमों के संबंध में उनकी अनुकरणीय सेवाओं और इनका समर्थन करने के लिए रोटरी फ़ाउंडेशन द्वारा उन्हें अनेक प्रशस्ति-पत्रों से सम्मान प्रदान किया गया है।

पूर्व राज्यपाल

सुदर्शन अग्रवाल जनवरी 2003 में उत्तराखंड के राज्यपाल नियुक्त हुए थे1 राष्ट्रपति भवन की अधिसूचना पर इन्हें 19 अगस्त, 2007 को सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त कर दिया, तब इन्होंने 22 अक्टूबर, 2007 को उत्तराखंड के राज्यपाल का पद छोड़ दिया और 25 अक्टूबर, 2007 को सिक्किम के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की। उच्चतम न्यायालय में न्यायमूर्ति की हैसित से भी सुदर्शन अग्रवाल तीन वर्ष तक 'राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग' के सदस्य रह चुके हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. जिंदल पुरस्कार, निर्णायक मंडल (हिन्दी) (एच.टी.एम.एल.)। । अभिगमन तिथि: 16 मार्च, 2012।

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