रेडी गाँव
रेडी गाँव एक छोटा-सा समुद्र तटीय गाँव है, जो महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग ज़िले के अंतर्गत आता है। मूल रूप से इस गाँव को 'रेडीपट्टनम' के नाम से जाना जाता है। यह अरब सागर के तट पर स्थित है। इस गाँव में बड़ी संख्या में काजू और नारियल के पेड़ जगह-जगह पर पाये जाते हैं। यह वेंगुरा तालुका के अंतर्गत आता है।
पर्यटन स्थल
पहले रेडी गाँव एक महत्त्वपूर्ण बंदरगाह था। अब यह यशवंतगढ़ क़िले की तरह पुरातन ऐतिहासिक स्मारकों के साथ अपने लंबे और अनछुये समुद्र तटों की वजह से एक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो गया है। रेडी मुंबई से केवल 377 किलोमीटर की दूरी पर है और यहाँ आसानी से पहुँचा जा सकता है।[1] रेडी गाँव में पर्यटकों के लिये कई आकर्षण स्थान हैं, जैसे-
- स्वयंभू शिव मंदिर
- गणेश मंदिर
- मौलि मंदिर
- रामपुरूष मंदिर
- नवदुर्गा मंदिर - जहाँ देवी दुर्गा की पूजा की जाती है।
- यशवंतगढ़ क़िला
- शिरोडा
- अरावली और तेरेखोल क़िला
प्रकृति तथा जलवायु
रेडी गाँव प्राकृतिक सुन्दरता के लिए स्वर्ग के समान है। यहाँ नारियल और सुपारी के अतिरिक्त काजू और आम के पेड़ों के साथ एक लंबा और सुंदर समुद्र तट है। यहाँ की जलवायु साल भर हल्की गर्म रहती है। यहाँ उष्णकटिबंधीय जलवायु है, जिसका अर्थ है कि गर्मियाँ थोड़ी अधिक गर्म होती हैं। हालांकि सर्दियों में ठंडी हवाओं से इसकी भरपाई हो जाती है। यह लगभग पूरे वर्ष के लिए एक व्यवहार्य वापसी के रूप में कार्य करता है। यहाँ मानसून के बाद का मौसम पर्यटकों के लिये सबसे अच्छा है।[1]
परिवहन व्यवस्था
इस गाँव का कोई रेलवे स्टेशन या हवाई अड्डा नहीं है। यद्यपि यह कमी इस दर्शनीय स्थल की यात्रा में बाधा नहीं डालती। 'गोवा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे' और सावंतवाड़ी रेलवे स्टेशन सुविधाजनक और यादगार यात्रा सुनिश्चित करते हैं। सड़क मार्ग से राज्य बसें केवल एक आरामदायक सवारी ही नहीं बल्कि किफायती भी हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 रेडी, विचित्र तटीय गाँव (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 02 जनवरी, 2013।