निष्क
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
हिन्दी | (प्राचीन काल का) एक सोने का सिक्का, उक्त सिक्के के बराबर की तौल 1 कर्ष या 16 माशा, सुवर्ण, सोना, सोने का बना हार। |
-व्याकरण | पुल्लिंग, धातु |
-उदाहरण | निष्क का अर्थ होता है-स्वर्ण मुद्रा। स्वर्ण मुद्राएँ आपत्ति काल में मनुष्य को बहुत सहयोग देती है। |
-विशेष | प्राचीन गणितज्ञ भास्कराचार्य ने अपनी कृति 'लीलावती' में निष्क में 16 द्रम्य, 1 द्रम्य 16 पण, 1 पण में 4 काकिणी और 1 काकिणी में 20 कौड़ी बतायी हैं। इस प्रकार 1 निष्क=20480 कौड़ियाँ तथा न निष्क=256 पण। पहले कौड़ियाँ सबसे छोटे सिक्के की तरह प्रयुक्त होती थीं। निष्क के मान में समय-समय पर अंतर भी रहा है। |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | |
संस्कृत | निष्क्+अच् |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | निष्कण्टक |
संबंधित लेख |