तेलंगाना राष्ट्र समिति
तेलंगाना राष्ट्र समिति
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पूरा नाम | तेलंगाना राष्ट्र समिति |
संक्षेप नाम | टीआरएस (TRS) |
गठन | 27 अप्रैल 2001 |
संस्थापक | के. चन्द्रशेखर राव |
मुख्यालय | बंजारा हिल्स, हैदराबाद, तेलंगाना |
विचारधारा | तेलंगाना गठन |
समाचार पत्र | नमस्ते तेलंगाना |
गठबंधन | संप्रग (2004-2006) |
अन्य जानकारी | पार्टी के मुखिया के. चंद्रशेखर राव नए राज्य तेलंगाना के पहले मुख्यमंत्री बने और उन्होंने 2 जून, 2014 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। |
संसद में सीटों की संख्या
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लोकसभा | 11/543 |
राज्यसभा | 1/245 |
विधानसभा | 63/119 (तेलंगाना) |
आधिकारिक वेबसाइट | तेलंगाना राष्ट्र समिति |
अद्यतन | 20:01, 3 जून 2014 (IST)
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तेलंगाना राष्ट्र समिति (अंग्रेज़ी: Telangana Rashtra Samithi, संक्षेप नाम: टीआरएस) भारत के नवगठित 29वें राज्य तेलंगाना की प्रमुख पार्टी है। इसके संस्थापक के. चंद्रशेखर राव ने तेलुगू देशम पार्टी छोड़कर वर्ष 2001 में तेलंगाना राष्ट्र समिति बनाई। नवंबर 2009 में भूख हड़ताल की। केंद्र सरकार ने तेलंगाना बनाने का आश्वासन दिया। लेकिन तेलंगाना विरोधी आंदोलन भी भड़क गया। दोनों तरफ आंदोलनों के बीच फरवरी 2014 में संसद में तेलंगाना बिल पेश हुआ। इस दौरान सीमांध्र के सांसद एल. राजगोपाल ने सांसदों पर पेपर स्प्रे किया। इसके बावजूद भाजपा ने मदद की और बिल पास हो गया।
स्थापना
तेलंगाना नामक एक अलग राज्य की मांग को लेकर के. चंद्रशेखर राव ने 27 अप्रैल, 2001 को तेलंगाना राष्ट्र समिति की स्थापना की। पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर 2004 के चुनावों में हिस्सा लिया, लेकिन इन चुनावों में वह पांच सीटों पर विजय हासिल नहीं कर सकी। के. चंद्रशेखर राव को जब यह लगने लगा कि कांग्रेस तेलंगाना निर्माण के लिए समर्थन देने की इच्छुक नहीं है तो उन्होंने कांग्रेस से अपना समर्थन वापस ले लिया। 2009 में विपक्षी दल के साथ गठबंधन कर तेलंगाना राष्ट्र समिति ने 9 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन मात्र दो सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी। इस चुनावी असफलता के कारण पार्टी के अधिकांश सदस्यों ने के. चंद्रशेखर राव को ही दोषी ठहराया। इन आरोपों से आहत होकर राव ने कुछ समय के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। 2010 के उपचुनावों में तेलंगाना राष्ट्र समिति ने 11 सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी क्षेत्रों में जीत हासिल की।[1]
विधानसभा चुनाव 2014 में प्रदर्शन
तेलंगाना राष्ट्र समिति ने 119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा में 63 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। पार्टी के मुखिया के. चंद्रशेखर राव नए राज्य तेलंगाना के पहले मुख्यमंत्री बने और उन्होंने 2 जून, 2014 को सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 11 कैबिनेट मंत्रियों ने भी राजभवन में पद की शपथ ली। जिन लोगों को मंत्री बनाया गया है उनमें चंद्रशेखर राव के बेटे केटी रामाराव और भतीजे टी. हरीश राव भी शामिल हैं। मोहम्मद महबूब और टी राजनाथ को राज्य का उप-मुख्यमंत्री बनाया गया है। चंद्रशेखर राव से पहले ई.एस.एल. नरसिम्हन ने तेलंगाना के राज्यपाल पद की शपथ ली थी।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ तेलंगाना राष्ट्र समिति (हिंदी) वेबदुनिया हिंदी। अभिगमन तिथि: 3 जून, 2014।
बाहरी कड़ियाँ
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