साँचा:एक रोग
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
ऑटिज़्म अथवा आत्मविमोह या स्वलीनता एक मानसिक रोग है। यह मस्तिष्क के विकास के दौरान होने वाला एक विकार है जिसके लक्षण जन्म से या बाल्यावस्था (प्रथम तीन वर्षों में) में ही नज़र आने लगते हैं और यह व्यक्ति की सामाजिक कुशलता और संप्रेषण क्षमता पर विपरीत प्रभाव डालता है। जिन बच्चों में यह रोग होता है उनका विकास अन्य बच्चों से असामान्य होता है, साथ ही इसकी वजह से उनके तंत्रिका तंत्र पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। इससे प्रभावित व्यक्ति, सीमित और दोहराव युक्त व्यवहार करता है। जैसे- एक ही काम को बार-बार दोहराना। यह जीवनपर्यंत बना रहने वाला विकार है। ऑटिज़्मग्रस्त व्यक्ति संवेदनों के प्रति असामान्य व्यवहार दर्शाते हैं, क्योंकि उनके एक या अधिक संवेदन प्रभावित होते हैं। वर्ष 2010 तक दुनिया की लगभग 7 करोड़ आबादी ऑटिज़्म से प्रभावित है। ...और पढ़ें |