अबीअथार
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अबीअथार[1] - नाव का पुरोहित। दोएगा के हत्याकांड में अबीअथार अकेले जान बचाकर भागा। भागकर वह दाऊद के पास गया। दाऊद की खानाबदोशी में और उसके शासनकाल में अबीअथार बराबर उसके साथ रहा। अब्सलोम के विद्रोह के समय वह दाऊद के प्रति वफादार रहा, किंतु सुलेमान के विरुद्ध उसने अदोनीजा का समर्थन किया। इसी अपराध में वह निर्वासित कर दिया गया। जेरुसलम के राजुरोहित परिवार जादोक का अबीअथार प्रतिस्पर्धी प्रतीत होता है।[2]