भारतकोश:Quotations/बुधवार
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
- महानता अहंकार रहित होती है, तुच्छता अहंकार की सीमा पर पहुँच जाती है। -तिरुवल्लुवर (तिरुक्कुरल, 969)
- मनुष्य का अहंकार ऐसा है कि प्रासादों का भिखारी भी कुटी का अतिथि बनना स्वीकार नहीं करेगा। -महादेवी वर्मा (दीपशिखा, चिंतन के कुछ क्षण)
- प्रलय होने पर समुद्र भी अपनी मर्यादा को छोड़ देते हैं लेकिन सज्जन लोग महाविपत्ति में भी मर्यादा को नहीं छोड़ते। -चाणक्य
- कबीर सो धन संचिये, जो आगै कूँ होइ।
सीस चढ़ाये पोटली, ले जात न देख्या कोइ॥ -कबीर (कबीर ग्रन्थावली, पृ॰ 33) .... और पढ़ें