कालपी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
  • उत्तर प्रदेश के जालौन ज़िले में यमुना तट पर बसे कालपी नगर का इतिहास चंदेलकालीन है।
  • दसवीं सदी के मध्य में कालपी में चंदेलों ने अपना राज्य स्थापित किया था।
  • चंदेल नरेश मदन वर्मा और परमार्दिदेव (12वीं सदी) के समय कालपी एक समृद्धिशाली नगरी थी।
  • 12वीं शताब्दी के अंत में इस पर कुतुबुद्दीन ऐबक का अधिकार हो गया।
  • 1435 ई. में मालवा के हुशंगशाह का अधिकार हो गया।
  • अकबर के समय कालपी सरकार (ज़िला) का मुख्यालय बन गया।
  • अकबर का प्रसिद्ध दरबारी बीरबल कालपी का ही था।
  • मध्य काल में कालपी व्यापारिक केन्द्र के रूप में भी जानी जाती थी।
  • यहाँ एक दुर्ग बना हुआ था, जिसके अब खण्डहर ही शेष हैं।
  • कालपी की प्राचीन इमारतों में दुर्ग के अतिरिक्त बीरबल का रंग महल, मुग़लों की टकसाल, गोपाल मन्दिर आदि हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख