शुद्ध स्वर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
फ़िज़ा (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:03, 8 अप्रैल 2011 का अवतरण ('जब '''सा''', '''रे''', '''ग''', '''म''', '''प''', '''ध''', '''नि''' [[स्वर (संगीत)|स्वर...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

जब सा, रे, , , , , नि स्वरों में श्रुतियों का क्रम 4, 3, 4, 4, 3, 2, रहता है तो उन स्वरों को शुद्ध स्वर कहते हैं। इन शुद्ध स्वरों के पूरे नाम

  1. षड्ज
  2. ऋषभ
  3. गांधार
  4. मध्यम
  5. पंचम
  6. धैवत
  7. निषाद

उच्चारण तथा गायन की सुविधा के लिए इनमें से प्रत्येक का प्रथम अक्षर ले लिया गया है और इस प्रकार इनके संक्षिप्त नाम सा, रे, ग, म, प, ध, नि, रख लिए गए हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ