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अश्रु यह पानी नहीं है -महादेवी वर्मा
सजनि दीपक बार ले -महादेवी वर्मा
शून्य से टकरा कर सुकुमार -महादेवी वर्मा
उत्तर -महादेवी वर्मा
जीवन दीप -महादेवी वर्मा
सब आँखों के आँसू उजले -महादेवी वर्मा
किसी का दीप निष्ठुर हूँ -महादेवी वर्मा
जाग-जाग सुकेशिनी री! -महादेवी वर्मा
दीपक पर पतंग -महादेवी वर्मा
कौन तुम मेरे हृदय में -महादेवी वर्मा
मेरा सजल मुख देख लेते! -महादेवी वर्मा
मिटने का अधिकार -महादेवी वर्मा
मैं बनी मधुमास आली! -महादेवी वर्मा
क्या जलने की रीत -महादेवी वर्मा
मैं प्रिय पहचानी नहीं -महादेवी वर्मा
कहाँ रहेगी चिड़ियाँ -महादेवी वर्मा
जब यह दीप थके -महादेवी वर्मा
बीन भी हूँ मैं तुम्हारी रागिनी भी हूँ -महादेवी वर्मा
अलि! मैं कण-कण को जान चली -महादेवी वर्मा
जाग तुझको दूर जाना -महादेवी वर्मा
मैं अनंत पथ में लिखती जो -महादेवी वर्मा
क्यों इन तारों को उलझाते? -महादेवी वर्मा
क्या पूजन -महादेवी वर्मा
मैं नीर भरी दुख की बदली! -महादेवी वर्मा
प्रिय चिरन्तन है -महादेवी वर्मा
अलि अब सपने की बात -
दीपक अब रजनी जाती रे -
पूछता क्यों शेष कितनी रात? -
बताता जा रे अभिमानी! -
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल! -
तम में बनकर दीप -
अधिकार -
जाने किस जीवन की सुधि ले -
हे चिर महान्! -
धूप सा तन दीप सी मैं -
सजनि कौन तम में परिचित सा -
जीवन विरह का जलजात -
लाए कौन संदेश नए घन -
नीर भरी दुःख की बदली -
व्यथा की रात -
दिया क्यों जीवन का वरदान -
मेरे दीपक -
यह मंदिर का दीप -
वे मधुदिन जिनकी स्मृतियों की -
तुम मुझमें प्रिय -
वे मुस्कराते फूल नहीं -
जो मुखरित कर जाती थीं -
दीपक चितेरा -
तेरी सुधि बिन -
जो तुम आ जाते एक बार -
महादेवी वर्मा
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