बृहदारण्यकोपनिषद अध्याय-4

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रेणु (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:58, 5 सितम्बर 2011 का अवतरण
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

इस अध्याय में छह ब्राह्मण हैं।

  • बृहदारण्यकोपनिषद के इस अध्याय में महर्षि याज्ञवल्क्य और राजा जनक के मध्य हुए संवादों का उल्लेख किया गया है।
  • साथ ही याज्ञवल्क्य और मैत्रेयी के संवाद भी इसमें हैं।
  • अन्त में इस काण्ड की परम्परा को दोहराया गया है।
  • जो इस प्रकार है:-


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख