छान्दोग्य उपनिषद अध्याय-2 खण्ड-13

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  • इस खण्ड में स्त्री-पुरुष के जोड़े के रूप मं वामदेव्य साम की उपासना की गयी है।
  • जो साधक दाम्पत्य-जीवन के अनुसार साम की उपासना करता है, वह सन्तति-सुख को प्राप्त करता है।


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