गणित (सूक्तियाँ)

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  • यथा शिखा मयूराणां, नागानां मणयो यथा।
तद् वेदांगशास्त्राणां, गणितं मूर्ध्नि वर्तते ॥

(जैसे मोरों में शिखा और नागों में मणि का स्थान सबसे उपर है, वैसे ही सभी वेदांग और शास्त्रों में गणित का स्थान सबसे उपर है।) --> वेदांग ज्योतिष

  • बहुभिर्प्रलापैः किम्, त्रयलोके सचरारे।

यद् किंचिद् वस्तु तत्सर्वम्, गणितेन् बिना न हि ॥
(बहुत प्रलाप करने से क्या लाभ है ? इस चराचर जगत में जो कोई भी वस्तु है वह गणित के बिना नहीं है / उसको गणित के बिना नहीं समझा जा सकता।) --> महावीराचार्य, जैन गणितज्ञ

  • ज्यामिति की रेखाओं और चित्रों में हम वे अक्षर सीखते हैं जिनसे यह संसार रूपी महान पुस्तक लिखी गयी है। --> गैलिलियो
  • गणित एक ऐसा उपकरण है जिसकी शक्ति अतुल्य है और जिसका उपयोग सर्वत्र है; एक ऐसी भाषा जिसको प्रकृति अवश्य सुनेगी और जिसका सदा वह उत्तर देगी। --> प्रो. हाल
  • काफ़ी हद तक गणित का सम्बन्ध (केवल) सूत्रों और समीकरणों से ही नहीं है। इसका सम्बन्ध सी.डी. से, कैट-स्कैन से, पार्किंग-मीटरों से, राष्ट्रपति-चुनावों से और कम्प्युटर-ग्राफिक्स से है। गणित इस जगत को देखने और इसका वर्णन करने के लिये है ताकि हम उन समस्याओं को हल कर सकें जो अर्थपूर्ण हैं। --> गरफ़ंकल
  • गणित एक भाषा है। --> जे. डब्ल्यू. गिब्ब्स, अमेरिकी गणितज्ञ और भौतिकशास्त्री
  • लाटरी को मैं गणित न जानने वालों के ऊपर एक टैक्स की भाँति देखता हूँ। --> अज्ञात
  • यह असंभव है कि गति के गणितीय सिद्धान्त के बिना हम बृहस्पति पर राकेट भेज पाते। --> अज्ञात


टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

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