होमाई व्यारावाला
होमाई व्यारावाला (जन्म- 9 दिसंबर, 1913 - मृत्यु- 15 जनवरी, 2012) भारत की प्रथम महिला फ़ोटो पत्रकार (छायाचित्र पत्रकार) थीं। जिस समय होमाई व्यारावाला फ़ोटोग्राफ़र थीं, उस समय कैमरा ही अपने आप में एक आश्चर्य कहलाता था। उस पर भी एक महिला का इस क्षेत्र में प्रवेश करना बड़े आश्चर्य की बात थी उन्हें वर्ष 2011 में भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
जीवन परिचय
होमाई व्यारावाला का जन्म 9 दिसंबर, 1913 में गुजरात के नवसारी में एक पारसी परिवार में हुआ था। होमाई व्यारावाला की शिक्षा-दीक्षा मुंबई में हुई। वर्ष 1942 में उन्होंने दिल्ली में ब्रिटिश इंफ़ोर्मेशन सर्विसेज में फोटोग्राफर के रूप में काम शुरू किया।[1]
ऐतिहासिक क्षणों के गवाह फ़ोटोग्राफ़
होमाई व्यारवाला द्वारा लिए गए फोटो भारत की स्वतंत्रता और अन्य ऐतिहासिक क्षणों की गवाह है। राष्ट्रपति भवन में लॉर्ड माउंटबेटन को सलामी लेते हुए भी उन्होंने तस्वीरें खिची हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू एवं उनकी बहन विजय लक्ष्मी की गले मिलते फोटो उन्होंने खिची हैं। इसके साथ ही महात्मा गांधी के साथ खान अब्दुल गफ़्फ़ार खान एवं गांधी जी के निजी चिकित्सक सुशीला नायर की दुर्लभ तस्वीर उन्होंने खिची हैं। होमाई व्यारवाला द्वारा खीचीं गईं तस्वीरों में युवा दलाई लामा भी हैं। जवाहर लाल नेहरू के साथ उनके दो नाती एवं इंदिरा फिरोज गांधी का भी एक दुर्लभ तस्वीर होमाई व्यारवाला ने खींची है। पंडित जवाहर लाल नेहरू, महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के अंतिम संस्कार को भी उन्होंने कैमरे में उतारा है।[1]
नेहरूजी पसंदीदा विषय
होमाई को 1945 से 1960 के दौरान सत्ता के गलियारों में प्रवेश मिला। होमाई का पसंदीदा विषय प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे। उन्होंने नेहरू के कई यादगार फोटो खींचे। नई दिल्ली से लंदन जाने वाले पहली फ्लाइट में नेहरू द्वारा ब्रिटिश उच्चायुक्त की पत्नी मिस शिमोन की सिगरेट सुलगाने वाला फोटो भी लोगों के जेहन में लंबे समय तक छाया रहा। नेहरू के अलावा वे इंदिरा गांधी के भी नजदीकी थीं। दूसरे विश्वयुद्घ के दौरान उनके फोटो खासे चर्चित रहे।[2]
निधन
आजादी की लड़ाई से लेकर देश में गणतंत्र लागू होने जैसे लम्हों को कैमरे में कैद कर सहेजने वाली भारत की पहली महिला छायाचित्र पत्रकार होमाई व्यारावाला का 15 जनवरी, 2012 को 98 साल की उम्र में रविवार को निधन हो गया। होमाई ने देश की पत्रकारिता में नया आयाम जोड़ते हुए पहली सफल महिला फोटो पत्रकार की मिसाल कायम की। व्यारावाला ने भारत विभाजन से पूर्व व बाद की घटनाओं की फोटो खींची, जिससे उनकी पहचान बनी।[2]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 भारत की प्रथम महिला फोटो पत्रकार होमाई व्यारावाला का निधन (हिन्दी) (पी.एच.पी) जागरण जोश। अभिगमन तिथि: 18 मई, 2012।
- ↑ 2.0 2.1 सदी को जिंदा कर खुद "फोटो" हुई होमाई व्यारावाला (हिन्दी) (पी.एच.पी) डेली न्यूज़। अभिगमन तिथि: 18 मई, 2012।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख