भारत रत्न
‘भारत-रत्न’ देश का सर्वोच्च सम्मान है। इस अलंकरण से उन व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने देश के किसी भी क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कार्य किए हों, अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर हमारे देश का गौरव बढ़ाया और हमारे देश को अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हुई। भारत रत्न उच्चतम नागरिक सम्मान है, जो कला, साहित्य और विज्ञान के क्षेत्र में असाधारण सेवा के लिए तथा उच्च लोक सेवा को मान्यता देने के लिए भारत सरकार की ओर से दिया जाता है। अब तक यह विशिष्ट सम्मान राजनीतिज्ञ, विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को दिया गया है। ‘भारत-रत्न’ उन महान व्यक्तियों की जीवन गाथा तो है ही, साथ में उन महापुरुषों के जीवन काल का इतिहास भी है।
- डा. विश्वेवरैया ने जल की आपूर्ति, बांध आदि की जो योजनाएं बनाईं और उन्हें साकार किया, उनकी उस समय कल्पना कठिन थी।
- महान उद्योगपति जे.आर.डी. टाटा ने विमान-सेवा उस समय आरंभ की जब ठीक ढंग से हवाई अड्डे भी नहीं थे।
‘भारत-रत्न’ ऐसी विभूतियों का चरित्र-चित्रण है जिनके बिना देश का इतिहास अधूरा है।
‘भारत-रत्न’ सर्वोच्च सम्मान
यह प्रतिवर्ष दिया जानेवाला अलंकरण नहीं। यह किसी व्यक्ति के संपूर्ण व्यक्तित्व और देश के प्रति उसकी अत्यन्त समर्पण भावना के लिए यदा-कदा दिया जाने वाला अलंकरण है। अन्य पुरस्कारों 'पद्मश्री', 'पद्म भूषण' और 'पद्म विभूषण' आदि से ‘भारत-रत्न’ श्रेष्ठ पुरस्कार है । यह उन आदर्श महान पुरुषों को ही दिया जाता है जिनकी जीवन गाथा पुण्य-भागीरथी के समान है, जिसे जानकर एक साधारण मनुष्य अपने आप को पाप मुक्त और निर्मल पाता है। ‘भारत-रत्न’ में ऐसी विभूतियों के दिव्य चरित्र हैं जिन्होंने जीवन को इतनी ऊँचाइयों तक पहुँचाया जहाँ की कोई कल्पना नहीं कर सकता। संभवत: इकबाल ने ऐसे ही महान पुरुषों के लिए कहा था- खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बन्दे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है ? ‘भारत-रत्न’ अनेक महान व्यक्तियों की जीवन-गाथा के साथ यह भारत के उस काल का इतिहास भी है, जिस काल से इन आदर्श पुरुषों का संबंध रहा। ‘भारत-रत्न’ केवल राजनेताओं का ही नहीं वरन इसमें वे लोग भी सम्मिलित हैं जिन्होंने देश को नई उपलब्धि दी और देश को प्रगति के मार्ग पर अग्रसर करने का यत्न किया।
स्वरूप
इस पुरस्कार के रूप में दिए जाने वाले सम्मान की मूल विशिष्टि में 35 मिलिमीटर व्यास वाला गोलाकार स्वर्ण पदक है जिस पर सूर्य और ऊपर हिन्दी भाषा में भारत रत्न और नीचे एक फूलों का गुलदस्ता बना होता है पीछे की ओर शासकीय संकेत और आदर्श-वाक्य लिखा होता है। इसे सफेद फीते में डालकर गले में पहनाया जाता है। एक वर्ष बाद इस डिजाइन को बदल दिया गया था। तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना दिया गया। जिसके नीचे चाँदी में लिखा रहता है "भारत रत्न", और यह सफ़ेद फीते के साथ गले में पहना जाता है।
इतिहास
यह पुरस्कार 2 जनवरी 1954 को प्रारम्भ किया गया था। यह पुरस्कार भारत के प्रथम राष्ट्रपति श्री डा॰ राजेन्द्र प्रसाद द्वारा घोषित किया गया था। दूसरे अलंकरणों के भाँति इस सम्मान को भी, नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता है। शुरू में इस सम्मान को 'मरणोपरांत' नहीं दिया जाता था, किंतु 1955 के बाद यह निर्णय लिया गया और यह मरणोपरांत भी दिया जाने लगा। अब तक यह सम्मान 10 व्यक्तियों को मरणोपरांत दिया गया है। 13 जुलाई 1977 से 26 जनवरी 1980 तक इस पुरस्कार को स्थगित कर दिया गया था।
परम्परा
भारत रत्न पुरस्कार की परम्परा 1954 में शुरु हुई थी।
- सबसे पहला पुरस्कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमन को दिया गया था। तब से अनेक विशिष्ट जनों को अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता पाने के लिए यह पुरस्कार प्रस्तुत किया गया है।
- हमारे भू॰पू॰ राष्ट्रपति, वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम को भी 1997 में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है।
- इसका कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि 'भारत रत्न' केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाएगा।
- यह पुरस्कार स्वाभाविक रूप से भारतीय नागरिक बन चुकी 'एग्नेस गोंखा बोजाखियू', जिन्हें हम मदर टेरेसा के नाम से जानते है, को दिया गया।
- दो अन्य अभारतीय - ख़ान अब्दुलगफ़्फ़ार ख़ान को 1987 में और नेल्सन मंडेला को 1990 में यह पुरस्कार दिया गया।
- यह भी अनिवार्य नहीं है कि भारत रत्न सम्मान प्रतिवर्ष दिया जाएगा।
- वर्ष 2008 में यह सम्मान पंडित भीमसेन गुरूराज जोशी को दिया गया था।
विरोधाभास
- स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को 1992 में 'भारत रत्न' से मरणोपरान्त सम्मानित किया गया था। किंतु उनकी मृत्यु विवादित होने के कारण अनेक प्रश्नों को उठाया गया था। अत: भारत सरकार ने यह पुरस्कार वापस ले लिया था। यह पुरस्कार वापस लेने का यह एकमात्र उदाहरण है।
- स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री श्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को जब 'भारत रत्न' दिया गया तो उन्होंने इसका विरोध किया । उनका विचार था कि इसकी चयन समिति में रहे व्यक्ति को यह सम्मान नहीं दिया जाना चाहिये। 1992 में उन्हें मरणोपरांत 'भारत रत्न' दिया गया।
भारत रत्न सम्मानित व्यक्तित्व सूची
क्रम | वर्ष | नाम | जीवन | विशेष | चित्र |
---|---|---|---|---|---|
1 | 1954 | डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन | 5 सितंबर 1888-17 अप्रैल 1975 | दार्शनिक, द्वितीय राष्ट्रपति-भारत | चित्र:Dr.Sarvepalli-Radhakrishnan.jpg |
2 | 1954 | चक्रवर्ती राजगोपालाचारी | 10 दिसंबर 1878-25 दिसंबर 1972 | स्वतंत्रता सेनानी, अंतिम गवर्नर जनरल | |
3 | 1954 | डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रामन | 7 नवंबर 1888-21 नवंबर 1970 | भौतिकशास्त्री, नोबेल पुरस्कार विजेता | |
4 | 1955 | डॉक्टर भगवान दास | 12 जनवरी 1869-18 सितंबर 1958 | स्वतंत्रता सेनानी, लेखक | |
5 | 1955 | सर डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या | 15 सितंबर 1861-12 अप्रैल 1962 | सिविल इंजीनियर, मैसूर के दीवान | |
6 | 1955 | पं. जवाहर लाल नेहरू | 14 नवंबर 1889-27 मई 1964 | स्वतंत्रता सेनानी, लेखक, प्रथम प्रधानमंत्री-भारत | |
7 | 1957 | गोविंद वल्लभ पंत | 10 सितंबर 1887-7 मार्च 1961 | स्वतंत्रता सेनानी, प्रथम मुख्यमंत्री-उत्तर प्रदेश, द्वितीय गृहमंत्री-भारत | |
8 | 1958 | डॉ. धोंडो केशव कर्वे | 18 अप्रैल 1858-9 नवंबर 1962 | शिक्षक, समाजसुधारक | |
9 | 1961 | डॉ. बिधनचंद्र रॉय | 1 जुलाई 1882-1 जुलाई 1962 | चिकित्सक, मुख्यमंत्री-पश्चिमी बंगाल | |
10 | 1961 | पुरूषोत्तम दास टंडन | 1 अगस्त 1882-1 जुलाई 1962 | स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक | |
11 | 1962 | डॉ. राजेंद्र प्रसाद | 3 दिसंबर 1884-28 फरवरी 1963 | स्वतंत्रता सेनानी, विधिवेत्ता, प्रथम राष्ट्रपति-भारत | |
12 | 1963 | डॉ. ज़ाकिर हुसैन | 8 फरवरी 1897-3 मई 1969 | विद्वान, तृतीय राष्ट्रपति-भारत | |
13 | 1963 | डॉ. पांडुरंग वामन काणे | 1880-1972 | भारतविद, संस्कृत विद्वान | |
14 | 1966 | लाल बहादुर शास्त्री | 2 अक्तूबर 1904 - 11 जनवरी 1966, | स्वतंत्रता सेनानी, तृतीय प्रधानमंत्री,-भारत, (मरणोपरान्त) | |
15 | 1971 | इंदिरा गाँधी | 19 नवंबर 1917-31 अक्तूबर 1984 | चतुर्थ प्रधानमंत्री-भारत | |
16 | 1975 | वराहगिरी वेंकट गिरी | 10 अगस्त 1894-23 जून 1980 | श्रमिक संघवादी, चतुर्थ राष्ट्रपति-भारत | |
17 | 1976 | के. कामराज | 15 जुलाई 1903-1975, | स्वतंत्रता सेनानी, मुख्यमंत्री-मद्रास, (मरणोपरान्त) | |
18 | 1980 | मदर टेरेसा | 26 अगस्त 1910-5 सितंबर 1997 | कॅथोलिक नन, मिशनरीज़ संस्थापक, नोबेल पुरस्कार विजेता | चित्र:Mother-Teresa.jpg |
19 | 1983 | आचार्य विनोबा भावे | 11 सितंबर 1895-15 नवंबर 1982, | स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, (मरणोपरान्त) | |
20 | 1987 | ख़ान अब्दुलगफ़्फ़ार ख़ान | 20 जनवरी 1890-1988, | स्वतंत्रता सेनानी, प्रथम अभारतीय प्राप्तकर्ता | |
21 | 1988 | मरुदुर गोपाला रामचन्द्रन (एम जी आर) | 17 जनवरी 1917-24 दिसंबर 1987, | अभिनेता, मुख्यमंत्री-तमिलनाडु, (मरणोपरान्त) | |
22 | 1990 | डॉ॰ भीमराव रामजी आम्बेडकर | 14 अप्रैल 1891-6 दिसंबर 1956 | भारतीय संविधान के वास्तुकार, राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, विद्वान, (मरणोपरान्त) | |
23 | 1990 | नेल्सन मंडेला | 18 जुलाई 1918, | द्वितीय अभारतीय प्राप्तकर्ता, रंगभेद विरोधी आंदोलन के नेता, नोबेल पुरस्कार विजेता | |
24 | 1991 | राजीव गांधी | 20 अगस्त1944-21 मई 1991 | सातवें प्रधानमंत्री, (मरणोपरान्त) | |
25 | 1991 | सरदार वल्लभ भाई पटेल | 31 अक्तूबर 1875-15 दिसंबर 1950 | स्वतंत्रता सेनानी, प्रथम गृहमंत्री-भारत, (मरणोपरान्त) | |
26 | 1991 | मोरार जी देसाई | 29 फरवरी 1896-10 अप्रैल 1995 | स्वतंत्रता सेनानी, पांचवे प्रधानमंत्री-भारत | |
27 | 1992 | मौलाना अबुल कलाम आज़ाद | 11 नवंबर 1888-22 फरवरी 1958 | स्वतंत्रता सेनानी, प्रथम शिक्षामंत्री-भारत, (मरणोपरान्त) | |
28 | 1992 | जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा (जे॰ आर॰ डी॰ टाटा) | 29 जुलाई 1904-29 नवंबर 1993 | उद्योगपति, (मरणोपरान्त) | |
29 | 1992 | सत्यजीत रे (राय) | 2 मई 1921-23 अप्रैल 1992 | फिल्म निर्माता | |
30 | 1997 | ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम | 15 अक्तूबर 1931 | वैज्ञानिक, ग्यारहवें राष्ट्रपति-भारत | |
31 | 1997 | गुलजारी लाल नंदा | 4 जुलाई 1897-15 जनवरी 1998 | स्वतंत्रता सेनानी, दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री-भारत | |
32 | 1997 | अरुणा असिफ़ अली | 16 जुलाई 1909-29 जुलाई 1996 | स्वतंत्रता सेनानी, (मरणोपरान्त) | |
33 | 1998 | एम.एस.सुब्बालक्ष्मी | 16 सितंबर 1916-11 दिसंबर 2004 | गायिका शास्त्रीय संगीत | |
34. | 1998 | सी सुब्रह्मणियम | 30 जनवरी 1910-7 नवंबर 2000 | स्वतंत्रता सेनानी, कृषि मंत्री-भारत | |
35 | 1998 | जयप्रकाश नारायण | 11 अक्तूबर 1902-8 अक्तूबर 1979 | स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ, (मरणोपरान्त) | |
36 | 1999 | पं. रवि शंकर | 7 अप्रैल 1920 | सितार वादक | |
37 | 1999 | अमर्त्य सेन | 3 नवंबर 1933 | अर्थशास्त्री, नोबेल पुरस्कार विजेता | |
38 | 1999 | गोपीनाथ बोरदोलोई | 1890 -1950 | स्वतंत्रता सेनानी, मुख्यमंत्री-असम, (मरणोपरान्त) | |
39 | 2001 | लता मंगेशकर | 28 सितंबर 1929 | पार्श्वगायिका | |
40 | 2001 | उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां | 21 मार्च 1916 - 21 अगस्त 2006 | शहनाई वादक | |
41 | 2008 | पं.भीमसेन जोशी | 4 फरवरी 1922 | शास्त्रीय गायक |
बाहरी कड़ियाँ
नीचे जायें |