बांदा
बांदा भारत के उत्तर प्रदेश में केन नदी ( यमुना की सहायता नदी) के पास स्थित हैं। यह रेल लाइन और सड़क जंक्शन पर स्थित एक कृषि बाज़ार है। पहले बांदा शहर व्यापार के प्रमुख केंद्रों में से एक था, लेकिन अब यहाँ व्यापार घटता जा रहा है। ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह स्थान काफ़ी महत्वपूर्ण माना जाता है। बांदा फ़तेहपुर ज़िले के उत्तर, चित्रकूट ज़िले के पूर्व, हमीरपुर और माहोबा ज़िले के पश्चिम, सतना के दक्षिण और मघ्य प्रदेश के पन्ना ज़िले से घिरा हुआ है। इस ज़िले का नाम तपस्वी 'बामदेव' के नाम पर रखा गया है।[1]
प्रसिद्धि तथा इतिहास
बांदा केन नदी के तल से प्राप्त गोमेद रत्नों के लिए प्रसिद्ध है, जिनका यहाँ से बड़ी मात्रा में निर्यात किया जाता है। यहाँ विभिन्न मस्जिदें ओर हिन्दू मंदिर हैं। शहर के बाहर 18वीं शताब्दी के क़िले कालिंजर के अवशेष हैं। मुस्लिमों, मराठों, फ़्राँसीसियों और अंग्रेज़ों के बीच चले संघर्षों के दौरान इस शहर व क़िले का शासन बदलता रहा।
क्या देखें
- कालिंजर क़िला
- नीलकंठ मंदिर
- चार पत्थरों का स्तम्भ
- रानीपुर वन्य अभ्यारण्य
- बुंदेलखंड छत्रसाल संग्रहालय
- भैरों की झरिया
- खत्री पहर
- नवाब टैंक
- भूरागढ़
- महेश्वरी देवी मंदिर
कैसे जाएँ
वायु मार्ग - यहाँ का सबसे निकटतम हवाई अड्डा खजुराहो और लखनऊ है।
रेल मार्ग - भारत के कई प्रमुख शहरों से बांदा रेल मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है। सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन झांसी-माणिक हैं।
सड़क मार्ग - सड़क मार्ग द्वारा भारत के कई प्रमुख शहरों से बांदा पहुंचा जा सकता है। यह ज़िला कानपुर, इलाहाबाद, चित्रकूट, फ़तेहपुर, महोबा, हमीरपुर और मध्य प्रदेश के कई प्रमुख ज़िलों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। सड़क मार्ग द्वारा लखनऊ से बांदा ज़िले की दूरी 219 किलोमीटर है।[1]
जनसंख्या
इस शहर की जनसंख्या 1,34,822 (2001) इतनी है। और बांदा ज़िला की कुल जनसंख्या 15,00,253 है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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