के. सी. रेड्डी
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के. सी. रेड्डी (जन्म- 4 मई, 1902, कोलार ज़िला, कर्नाटक; मृत्यु- 27 फ़रवरी, 1976) कर्नाटक[1] के प्रथम मुख्यमंत्री थे। अपने राजनीति जीवन में इन्होंने कई महत्त्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया था। के. सी. रेड्डी लगातार तीन बार मैसूर विधान सभा के नेता और राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे। वर्ष 1965 से 1971 तक इन्होंने मध्य प्रदेश के राज्यपाल का पद भी सम्भाला था।
जन्म तथा शिक्षा
के. सी. रेड्डी का जन्म 4 मई, 1902 ई. में कर्नाटक में कोलार ज़िले के एक ग्राम में हुआ था। अपनी शिक्षा के अंतर्गत इन्होंने बी.ए. तथा क़ानून की डिग्री प्राप्त की थी।[2]
विभिन्न पदों पर कार्य
- वर्ष 1835 से 1937 तक के. सी. रेड्डी 'मैसूर पीपुल्स फेडरेशन' के प्रसीडेन्ट रहे।
- आप कुछ समय तक 'जनवाणी' के संपादक भी रहे।
- सन 1937-1938 तथा 1946-1947 में के. सी. रेड्डी मैसूर कांग्रेस के अध्यक्ष रहे तथा मैसूर राज्य में उत्तरदायिवत्वपूर्ण शासन की स्थापना हेतु सत्याग्रह किया।
- 1944-1945 में देशी राज्य प्रजा परिषद के कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे।
- के. सी. रेड्डी लगातार तीन बार (1947 से 1952 तक) मैसूर विधान सभा के नेता तथा मैसूर राज्य के मुख्यमंत्री रहे।
- भारतीय संविधान सभा के सन 1947 से 1950 तक सदस्य भी रहे।
- वर्ष 1952 में के. सी. रेड्डी मैसूर विधान सभा के सदस्य चुने गये तथा 1952 से 1957 तक राज्य सभा के सदस्य तथा उत्पादन विभाग के मंत्री रहे।
- ये 1957 से 1964 तक लोक सभा के सदस्य रहे थे।
- के. सी. रेड्डी 'स्कूल ऑफ़ इकॉनामिक्स' के संस्थापक सदस्य भी थे।
- 1957-1961 में ये निर्माण, आवास और आपूर्ति के मंत्री रहे तथा 1961-1962 में वाणिज्य तथा उद्योग मंत्री रहे।
- वर्ष 1963-1964 में के. सी. रेड्डी संसद की कांग्रेस पार्टी के उपनेता रहे।[2]
विदेश यात्रा
के. सी. रेड्डी ने संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और यूनाइटेड किंगडम की यात्रा भी की थी।
राज्यपाल
के. सी. रेड्डी 11 फ़रवरी, 1965 से 8 मार्च, 1971 तक मध्य प्रदेश के राज्यपाल पद को सुशोभीत करते रहे।
निधन
के. सी. रेड्डी का 27 फ़रवरी, 1976 को निधन हुआ।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पूर्व मैसूर राज्य
- ↑ 2.0 2.1 मध्य प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल (हिन्दी) एमपी पोस्ट। अभिगमन तिथि: 15 सितम्बर, 2014।
बाहरी कड़ियाँ
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