विश्व कप फ़ुटबॉल

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:53, 3 अगस्त 2016 का अवतरण (''''विश्व कप फ़ुटबॉल'''/ '''फीफा विश्व कप''' का आयोजन 'फेडरे...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

विश्व कप फ़ुटबॉल/ फीफा विश्व कप का आयोजन 'फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल फ़ुटबॉल एसोसिएशन' (फीफा) द्वारा किया जाता है। यह प्रतियोगिता प्रत्येक चार साल में आयोजित की जाती है। 1942 और 1946 में द्वितीय विश्व युद्ध के कारण से इसका आयोजन नहीं किया जा सका था। दुनिया के स्तर पर आधुनिक फ़ुटबॉल का इतिहास 1863 में शुरू होता है, जब इंग्लैंड में 'फ़ुटबॉल एसोशिएशन' की स्थापना हुई। 1872 में इंग्लैंड में शुरू हुआ एफ.ए. कप दुनिया में सबसे पुराना फ़ुटबॉल टूर्नामेंट है, जो आज भी जारी है।[1]

स्वरूप

टूर्नामेंट के मौजूदा स्वरूप के बारे में एक माह की अवधि में मेजबान देश में अनेक स्थानों पर खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा होती है। इस टूर्नामेंट अनेक देशों की टीमों को शामिल किया जाता है, इस चरण में टीमें मेजबान देश के साथ टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करती हैं। क्वालीफाई टीमों में क्वाटर फाइनल खेले जाते हैं। क्वाटर फाइनल की विजेता टीमों में सेमी फाइनल और सेमी फाइनल की विजेता टीमों में 'विश्व कप फाइनल' खेला जाता है।

विश्व कप दुनिया में सबसे व्यापक रूप से देखी जाने वाली खेल की घटनाओं में से एक है। एक अनुमान के अनुसार जर्मनी में आयोजित 2006 में खेला गया 'फीफा विश्व कप का फाइनल मैच' 71,51,00,000 लोगों द्वारा देखा गया।

स्थापना

26 अक्तूबर 1863 को लंदन में "फुटबाल एसोसिएशन' की स्थापना के साथ "सॉकर' का आधुनिक और रोमांचकारी स्वरूप प्रकट होने लगा। 21 मई 1904 के दिन फ्रांस, डेन्मार्क, बेल्जियम, स्पेन, हॉलैण्ड और स्विट्जरलैण्ड के प्रतिनिधियों ने पेरिस में "फीफा' की स्थापना की। यहीं फुटबाल का एक विश्व-कप आयोजित किए जाने पर भी विचार हुआ। वर्ष 1920 में फ्रांस के जूल्स रिमे "फीफा' के अध्यक्ष बने। उन्हीं के प्रयत्नों से दस साल बाद 1930 में उरुग्वे में पहला विश्व-कप हुआ और विजेता टीम को उन्हीं के नाम पर बना "जूल्स रिमे कप' दिया गया। [2] सन 1950 का विश्वकप ब्राजील में हुआ था। इसमें सन 48 के लंदन ओलम्पिक में प्रदर्शन के आधार पर टीमों को शामिल किया गया था। एशिया से भारत को भी विश्व-कप में खेलने का न्यौता भेजा गया। पर मुश्किल यह थी कि भारतीय नंगे पैर खेलते थे, लंदन ओलम्पिक में भी बगैर जूतों के खेले थे, किन्तु विश्व कप के नियमों के अनुसार जूते पहनना जरूरी थी। 'फीफा' के उस समय के महासचिव डा. श्राइकोक ने सुझाव दिया कि भारतीय खिलाड़ी हल्के जूते पहन कर खेलें। दुर्भाग्य से भारतीय खेल अधिकारियों ने यह बात भी नहीं मानी तथा 24 मई, 1950 को 'फीफा' के मुख्यालय ज्यूरिख में 'विश्वकप में भाग न ले सकने' का तार भेज दिया गया। इस तरह विश्वकप में शिरकत करने का एक नायाब अवसर हमारे हाथ से निकल गया। जो भी हो, इसके बाद से भारतीय खिलाड़ियों ने जूते पहनने शुरु कर दिए। [3]

फ़ाइनल तक का सफ़र

विश्व कप के इतिहास में अब तक कुल 12 देशों की टीमों ने फ़ाइनल तक का सफ़र तय किया है। अब तक ब्राज़ील, इटली, जर्मनी, उरुग्वे, अर्जेंटीना, इंग्लैंड एवं फ़्रांस ने ख़िताब जीता है। इन देशों के अलावा चेकोस्लोवाकिया, स्वीडन और हंगरी की टीमें भी फ़ाइनल में पहुंच चुकी हैं।[4]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारत विश्व कप में कब खेलेगा? (हिन्दी) (html)। । अभिगमन तिथि: 3 अगस्त, 2016।
  2. भारत कब होगा विश्व कप फुटबाल की सूची में? (हिन्दी) (html)। । अभिगमन तिथि: 3 अगस्त, 2016।
  3. भारत कब होगा विश्व कप फुटबाल की सूची में? (हिन्दी) (html)। । अभिगमन तिथि: 3 अगस्त, 2016।
  4. फ़ुटबॉल विश्व कप फा़इनल मुक़ाबला शुरु (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 3 अगस्त, 2016।

संबंधित लेख