केशवराव कोराटकर

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केशवराव कोराटकर
पूरा नाम केशवराव कोराटकर
जन्म 1867
जन्म भूमि परमानी, हैदराबाद
मृत्यु 21 मई, 1932
बाहरी कड़ियाँ प्रमुख वकील, न्यायविद, शिक्षाविद और समाजसेवी के रूप में 1896 से 1932 तक की लंबी अवधि में केशवराव कोराटकर की निजाम हैदराबाद के चोटी के व्यक्तियों में गणना होती थी।
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केशवराव कोराटकर (अंग्रेज़ी: Keshavrav Karotkar, जन्म: 1867, मृत्यु: 21 मई, 1932) एक प्रसिद्ध समाजसेवी थे। इनका जन्म हैदराबाद की रियासत के परमानी जिले में हुआ था। यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य भी रहे थे।

संक्षिप्त परिचय

  • केशवराव ने वकालत की शिक्षा गुलबर्गा में प्राप्त की थी।
  • इन्होंने हैदराबाद में वकील के रूप में प्रसिद्धि पाई और हाईकोर्ट के जज नियुक्त किये गए।
  • केशवराव ने सार्वजनिक कार्यों में भी भाग लिया,
  • इन्होंने गांधीजी के असहयोग आंदोलन में सहयोग दिया।
  • वे हैदराबाद में 'आर्यसमाज' के संस्थापकों में भी सम्मिलित थे।
  • उन्होंने महर्षि दयानंद सरस्वती रचित 'सत्यार्थ प्रकाश' का तेलगुभाषा में अनुवाद किया।
  • रियासत में जब आर्यसमाज की 'प्रतिनिधि सभा' बनी तो उसके अध्यक्ष केशवराव ही थे।
  • शिक्षा के प्रसार के क्षेत्र में उन्होंने अनेक उल्लेखनीय कार्य किए। 'विवेकवर्धनी पाठशाला नूतन विद्यालय जैसी शिक्षा संस्थाएं इसके उदाहरण हैं।
  • प्रमुख वकील, न्यायविद, शिक्षाविद और समाजसेवी के रूप में 1896 से 1932 तक की लंबी अवधि में केशवराव कोराटकर की निजाम हैदराबाद के चोटी के व्यक्तियों में गणना होती थी।
  • 21 मई, 1932 को केशवराव देहांत हो गया।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय चरित कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 195 |

बाहरी कड़ियाँ

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