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पंडित छन्नूलाल मिश्रा (अंग्रेज़ी: Chhannulal Mishra जन्म: 3 अगस्त, 1936, आजमगढ़ ज़िला, उत्तर प्रदेश) भारत के सबसे महान और सबसे प्रतिभाशाली शास्त्रीय गायक हैं। उन्हें हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के भारतीय बेहतरीन प्रदर्शकों में से एक माना जाता है, क्योंकि उनके बनाये गये बनारस गायकी और पंजाब गायकी के उनके कहिल, दद्रा, ठुमरी, चैती, काजरी, होरी और भजन में उनका अद्वितीय मिश्रण है।
संक्षिप्त परिचय
- मिश्रा का जन्म 3 अगस्त 1936 को हरिहरपुर, उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ ज़िले में, बद्री प्रसाद मिश्रा के घर में हुआ था। उनके दादा, गुदाई महाराज शांता प्रसाद एक प्रसिद्ध तबला खिलाड़ी थे।
- मिश्र ने छह साल की उम्र में ही अपने पिता बद्री प्रसाद मिश्र से संगीत की बारीकियां सीखी।
- पंडित छन्नूलाल को नौ साल की उम्र में उनके पहले गुरु उस्ताद गनी अली साहब ने खयाल सिखाया।
- पंडित छन्नूलाल मिश्रा ने पहले अपने पिता, बद्री प्रसाद मिश्रा के साथ संगीत सीखा और तब किराना घराने के 'उस्ताद अब्दुल गनी खान' ने शिक्षित किया। उसके बाद ठाकुर जयदेव सिंह ने उन्हें प्रशिक्षित किया।
- वे किराना घराना और बनारस गायकी के मुख्य गायक हैं।
पुरस्कार
1995- यू.पी. का नौशाद पुरस्कार सरकार
1999- बिहार संगीत शिरोमणी पुरस्कार
2000- उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार
2010- पद्म भूषण, भारत का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान