कबाल
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कबाल किसी समिति के आपसी संबंधों में गुप्त षड़यंत्र के लिए इस शब्द का प्रयोग किया जाता है।
- इंग्लैंड का चार्ल्स द्वितीय अपने पाँच अंतरंग मंत्रियों के परामर्श से कूटनीति के गुप्त मामले तथा महत्त्वपूर्ण विदेशी मामलों को तय किया करता था। उसके पाँच मंत्री थे-
- क्लिफ़र्ड
- आर्लिग्टन
- बकिंघम
- आशले
- लाडरडेले
- इन पाँचों मंत्रियों के नामों के पहले अक्षरों को मिलाकर 'कबाल' शब्द निर्मित हुआ है, साधारणत: ऐसा माना जाता है; किंतु यह संयोग मात्र है, क्योंकि इस शब्द की व्युत्पत्ति फ्रेंच शब्द 'कबाल' से हुई है।[1]
- 'कबाल' कैबिनेट का अग्रगामी माना जाता है।
- इसकी शक्ति देखकर राज्य के अन्य व्यक्ति इससे ईर्ष्या करने लगे थे, जिस कारण कबाल शब्द का प्रयोग कुत्सित भाव से होने लगा।
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