इंडियन प्रीमियर लीग
इंडियन प्रीमियर लीग
| |
विवरण | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के भारत में एक पेशेवर ट्वेंटी-20 क्रिकेट लीग है जिसमें देश-विदेश के खिलाड़ी विभिन्न भारतीय शहरों-राज्यों के नाम वाली टीमों से खेलते हैं। |
देश | भारत |
प्रशासक | आईपीएल गर्वनिंग काउंसिल, बोर्ड ऑफ़ कंट्रोल फ़ॉर क्रिकेट इन इंडिया (बीसीसीआई) |
पहला टूर्नामेंट | 2008 |
अंतिम टूर्नामेंट | 2017 |
टूर्नामेंट प्रारूप | डबल राउंड रोबिन और प्लेऑफ़ |
वर्तमान विजेता | मुंबई इंडियंस |
सर्वाधिक विजेता | मुंबई इंडियंस (3 बार) |
सर्वाधिक रन | सुरेश रैना (4540) |
सर्वाधिक विकेट | लसिथ मलिंगा (154) |
अन्य जानकारी | 2016 से आईपीएल का टाइटल प्रायोजक विवो इलेक्ट्रॉनिक्स है, इस प्रकार लीग को आधिकारिक तौर पर अब विवो इंडियन प्रीमियर लीग के रूप में जाना जाता है। |
बाहरी कड़ियाँ | आधिकारिक वेबसाइट |
अद्यतन | 15:30, 7 जनवरी 2018 (IST)
|
इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League / IPL) जिसे संक्षिप्त में आईपीएल के नाम से भी जाना जाता है, बोर्ड ऑफ़ कंट्रोल फ़ॉर क्रिकेट इन इंडिया (बीसीसीआई) द्वारा संचालित ट्वेंटी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता है। 2016 से आईपीएल का टाइटल प्रायोजक विवो इलेक्ट्रॉनिक्स है, इस प्रकार लीग को आधिकारिक तौर पर अब विवो इंडियन प्रीमियर लीग के रूप में जाना जाता है।
शुरुआत
क्रिकेट की दुनिया में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की शुरुआत एक अहम मोड़ थी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई / BCCI) ने धूम-धड़ाके से आईपीएल की 14 सितंबर 2007 को शुरुआत की। ट्वेन्टी-20 के प्रति भारतीय क्रिकेट बोर्ड का प्रेम उस समय जगा जब भारत ने 2007 में ट्वेन्टी-20 विश्व कप में ख़िताबी जीत हासिल की। डगर कठिन थी लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की सेना ने हार न मानी और टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप के पहले संस्करण में टीम को जीत दिलाई। हर जीत की तरह इस जीत के साथ एक नए अध्याय की शुरुआत हुई। भारत में वैसे भी क्रिकेट का एक अलग मुकाम है और इस जीत के बाद यहाँ भी टी-20 क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ने लगी। फिर तो क्रिकेट की आर्थिक महाशक्ति इसका अर्थशास्त्र भी समझने लगी। बीसीसीआई ने इस लोकप्रियता को व्यर्थ न जाने दिया और शुरुआत हुई आईपीएल की। जिसमें बीसीसीआई ने अन्य देशों की ट्वेन्टी-20 प्रतियोगिता की चैम्पियन टीमों को दावत दी।
समिति का अध्यक्ष
आईपीएल समिति का अध्यक्ष ललित मोदी को बनाया गया जिन्होंने आईपीएल की सफलता को शिखर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि उन्होंने 1996 में बीसीसीआई के सामने अपने इस विचार को रखा था लेकिन घरेलू क्रिकेट को देखते हुए बोर्ड ने इसे लागू करने से मना कर दिया। लेकिन 'ज़ी ग्रुप' द्वारा अप्रैल 2007 में आईसीएल के नाम से इसी तरह की एक लीग की शुरुआत करने के बाद आईपीएल लांच किया गया। आईपीएल ज़ी-समूह के इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल), यूरोप में क्लब फ़ुटबॉल की प्रतियोगिता चैम्पियंस लीग और नेशनल बॉस्केटबॉल लीग को ध्यान में रखकर शुरू किया गया। क्रिकेट के इस फ़ॉर्मेट में सबसे ज़्यादा आश्चर्यजनक टीमों की नीलामी के साथ खिलाडियों की बोली (नीलामी) लगना रहा। युद्धस्तर पर काम शुरू हुआ। टीमें बनीं, टीमों की बोली लगी और फिर खिलाड़ी भी नीलाम हुए। आईपीएल की शुरुआत में सबसे पहला क़दम टीम बनाने का था। इसके लिए आठ टीमों पर बोली लगाई गई जिसे आठ अलग-अलग फ्रेंचाइजी ने ख़रीदा।
टूर्नामेंट प्रारूप
वर्तमान में, आठ टीमों के साथ, प्रत्येक टीम एक दूसरे के साथ एक घर और एक घर से बाहर, राउंड रॉबिन टूर्नामेंट में दो बार खेलता है। लीग चरण के समापन पर, शीर्ष चार टीमें सेमी-फाइनल या प्लेऑफ़ खेलती हैं। शीर्ष दो टीमें फाइनल में टकराती हैं।
आठ टीमें
- चेन्नई सुपर किंग्स
- सनराइजर्स हैदराबाद
- मुंबई इंडियंस
- कोलकाता नाइटराइडर्स
- किंग्स इलेवन पंजाब
- दिल्ली डेयरडेविल्स
- रॉयल चैलेंजर्स बंगलोर
- राजस्थान रॉयल्स
4 अन्य टीमें
वर्ष 2011 से आईपीएल में दो नई टीमें जुड़ी, किंतु वर्तमान में दोनों टीम समाप्त हो गईं है।
आइकन खिलाड़ी
जब आईपीएल शुरू हुआ था तब यह तय किया गया था कि तीन साल तक हर टीम में एक–एक आइकन खिलाड़ी होगा। इस आधार पर सचिन तेंदुलकर (मुंबई इंडियंस), सौरव गांगुली (कोलकाता नाइटराइडर्स), राहुल द्रविड़ (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू), वीरेंद्र सहवाग (दिल्ली डेयरडेविल्स), वी.वी.एस. लक्ष्मण (डेक्कन चार्जर्स) और युवराज सिंह (किंग्स इलेवन पंजाब) को आइकन खिलाड़ी चुना गया।
खिलाड़ियों की नीलामी
सभी टीमों ने बहुत पैसा खर्च किया और अपनी टीम को मज़बूत बनाने के लिए एक से बढकर एक धुरंधरों की सेना खड़ी की। आईपीएल के नियम के अनुसार इन खिलाड़ियों को तीन सालों के लिए अनुबंधित किया गया। आईपीएल के बाज़ार में दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी बिकने को तैयार थे। क्या रिकी पोंटिंग, क्या शोएब मलिक, क्या मैथ्यू हेडन और क्या एंड्रयू साइमंड्स। इन सब खिलाड़ियों की बोली लगी, लेकिन बाज़ी मारी महेंद्र सिंह धोनी ने। चेन्नई सुपरकिंग्स ने धोनी को सबसे ज़्यादा छह करोड़ में ख़रीदा। दूसरे स्थान पर रहे एंड्रयू साइमंड्स। टीम ख़रीदने वालों में भी सितारों का ताँता लगा। शाहरुख ख़ान को कोलकाता की टीम मिली तो प्रीति ज़िंटा ने पंजाब की टीम को ख़रीदा। मुकेश अंबानी के हिस्से में मुंबई की टीम आई, तो विजय माल्या ने बेंगलुरू की टीम पर दाँव लगाया।
आयोजन
टीम और खिलाड़ियों की ख़रीदारी के बाद सारा ध्यान आयोजन पर टिका था। मीडिया, मार्केटिंग, टीवी राइट्स, प्रायोजक और विज्ञापन। लगा जैसे भारत में क्रिकेट की आँधी चलने लगी हो। आईपीएल शुरू हुआ। मैच हुए और खिलाड़ियों के विस्फोटक प्रदर्शन भी हुए। इंडियन प्रीमियम लीग, भारत और भारतीय क्रिकेट को नई पहचान देने के साथ साथ एक ऐसा काम भी कर रहा है, जो दुनिया के लिए एक मिसाल साबित होगा।
खेल भावना
देशी-विदेशी खिलाड़ियों का एक टीम में एक साथ खेलना, एक साथ रहना, खाना-पीना, जीत के लिए मिलकर रणनीति बनाना और वो भी नस्लभेद, रंगभेद, उंच- नीच, जात-पात जैसी कुरीतियों से दूर। भले ही आईपीएल बाज़ार की पैदाईश हो, लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि ये भारत को एक नया मुकाम दिला रहा है। ये आईपीएल ही है जिसे अमेरिका, ब्रिटेन जैसे विकसित देशों के सिनेमाघरों में दिखाया जा रहा है। ये दुनिया के सबसे महंगे खेल फुटबॉल को भी पीछे छोड़ने लगा है। भारत के ही नहीं, विदेशी अख़बारों में भी आईपीएल बराबर जगह पा रहा है। बाहरी खिलाड़ी यहां के लोगों के क़रीब आ रहे हैं। कहीं ना कहीं आईपीएल वो काम भी कर रहा है जिसका तसव्बुर इसे शुरू करते वक़्त नहीं किया गया होगा। ये आईपीएल का ही कमाल है कि जो खिलाड़ी पहले मैदान पर प्रतिद्वंद्वी बन कर उतरते थे, वो आज एक साथ जीत के लिए खेल रहे हैं। क्या कभी किसी सोचा होगा कि धोनी छक्का लगाकर मैच जिताएंगे और पवेलियन से श्रीलंकाई फिरकी गेंदबाज़ मुरलीधरन उछलते कूदते धोनी को बधाई देने के लिए इस क़दर भागेंगे। ऐसे उदाहरण तमाम हैं। इससे उम्मीद की जा सकती कि जब विदेशी खिलाड़ी स्वदेश लौटेंगे, तो अपने देश के लोगों से मुख़ातिब होते हुए ये बताएंगे कि हमें हिन्दुस्तानियों से काफ़ी प्यार मिला। वहाँ हमारे कई सारे फैन हैं और कई नए दोस्त भी बने हैं, तो क्या इससे कुछ हद तक ये नस्लवाद की समस्या दूर नहीं होगी। खेल तो शुरू से ही मेल करता आया है और कराता रहेगा, चाहे वो कितना ही बाज़ारवाद में डूब क्यों ना जाए।
वर्ष | आयोजन स्थल | विजेता टीम | उपविजेता टीम | मैन ऑफ़ द सीरीज़ |
---|---|---|---|---|
2008 | डीवाई पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई | राजस्थान रॉयल्स | चेन्नई सुपर किंग्स | शेन वॉटसन |
2009 | न्यू वंडर्स स्टेडियम, जोहांसबर्ग | डेक्कन चार्जर्स | रॉयल चैलेंजर्स बंगलोर | एडम गिलक्रिस्ट |
2010 | डीवाई पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई | चेन्नई सुपर किंग्स | मुंबई इंडियंस | सचिन तेंदुलकर |
2011 | चिदम्बरम स्टेडियम, चेन्नई | चेन्नई सुपर किंग्स | रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर | क्रिस गेल |
2012 | चिदम्बरम स्टेडियम, चेन्नई | कोलकाता नाईटराइडर्स | चेन्नई सुपर किंग्स | सुनील नारायण |
2013 | ईडन गार्डन, कोलकाता | मुंबई इंडियंस | चेन्नई सुपर किंग्स | शेन वाटसन |
2014 | चिन्नास्वामी स्टेडियम, बंगलोर | कोलकाता नाईटराइडर्स | किंग्स इलेवन पंजाब | ग्लेन मैक्सवेल |
2015 | ईडन गार्डन, कोलकाता | मुंबई इंडियंस | चेन्नई सुपर किंग्स | आंद्रे रसेल |
2016 | चिन्नास्वामी स्टेडियम, बंगलोर | सनराइजर्स हैदराबाद | रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर | विराट कोहली |
2017 | राजीव गांधी स्टेडियम, हैदराबाद | मुंबई इंडियंस | पुणे सुपरजाइंट्स | बेन स्टोक्स |
इंडियन प्रीमियर लीग में शतक
वर्ष | खिलाड़ी का नाम | टीम | ख़िलाफ़ | रन / गेंद | चौके / छक्के | स्ट्राइक रेट |
---|---|---|---|---|---|---|
इंडियन प्रीमियर लीग 2011 | सचिन तेंदुलकर | मुंबई इंडियंस | कोच्चि टस्कर्स | 100* रन / 66 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2011 | क्रिस गेल | रॉयल चैंलेंजर्स बैंगलोर | कोलकाता नाइट राइडर्स | 102* रन | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2011 | पॉल चंद्रशेखर वाल्थटी | किंग्स इलेवन पंजाब | चेन्नई सुपर किंग्स | 120* रन / 63 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2010 | यूसुफ पठान | राजस्थान रॉयल्स | मुंबई इंडियंस | 100 रन / 37 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2010 | डेविड वॉर्नर | दिल्ली डेयरडेविल्स | कोलकाता नाइट राइडर्स | 107* रन / 69 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2010 | माहेला जयवर्धने | किंग्स इलेवन पंजाब | कोलकाता नाइट राइडर्स | 110* रन / 59 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2010 | मुरली विजय | चेन्नई सुपर किंग्स | राजस्थान रॉयल्स | 127 रन / 56 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2009 | ए. बी. डिविलियर्स | दिल्ली डेयरडेविल्स | चेन्नई सुपर किंग्स | 105* रन / 54 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2009 | मनीष पांडे | रॉयल चैंलेंजर्स बैंगलोर | डेक्कन चार्जर्स | 114* रन / 73 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2008 | ब्रैंडन मैक्लम | कोलकाता नाइट राइडर्स | रॉयल चैंलेंजर्स बैंगलोर | 158* रन / 73 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2008 | माइकल हसी | चेन्नई सुपर किंग्स | किंग्स इलेवन पंजाब | 116* रन / 54 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2008 | एंड्रयू साइमंडस | डेक्कन चार्जर्स | राजस्थान रॉयल्स | 117* रन / 53 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2008 | एडम गिलक्रिस्ट | डेक्कन चार्जर्स | मुंबई इंडियंस | 109* रन / 47 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2008 | सनत जयसूर्या | मुंबई इंडियंस | चेन्नई सुपर किंग्स | 114* रन / 48 गेंद | ||
इंडियन प्रीमियर लीग 2008 | शान मार्श | किंग्स इलेवन पंजाब | राजस्थान रॉयल्स | 115 रन / 69 गेंद |
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सूची पूरी नहीं है।
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख