राष्ट्रीय महिला आयोग
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राष्ट्रीय महिला आयोग का गठन भारतीय संसद द्वारा सन 1990 में पारित अधिनियम के तहत जनवरी, 1992 में एक संवैधानिक निकाय के रूप में किया गया था।
- महिला आयोग का कार्य महिलाओं के संवैधानिक हित और उनके लिए क़ानूनी सुरक्षा उपायों को लागू करना होता है।
- इस आयोग की पहली अध्यक्ष 'जयंती पटनायक' थीं।
- राष्ट्रीय महिला आयोग एक ऐसी इकाई है, जो शिकायत या स्वतः संज्ञान के आधार पर महिलाओं के संवैधानिक हितों और उनके लिए क़ानूनी सुरक्षा उपायों को लागू कराती है।[1]
क्रम | नाम | कब से | कब तक | चित्र |
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1. | जयंती पटनायक | 03.02.1992 | 30.01.1995 | |
2. | डॉ. वी. मोहिनी गिरी | 21.07.1995 | 20.07.1998 | |
3. | विभा पार्थसारथी | 18.01.1999 | 17.01.2002 | |
4. | डॉ. पूर्णिमा अडवाणी | 25.01.2002 | 24.01.2005 | |
5. | डॉ. गिरजा व्यास | 16.02.2005 09.04.2008 |
15.02.2008 08.04.2011 |
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6. | ममता शर्मा | 02.08.2011 | 01.08.2014 | |
7. | ललिता कुमारमंगलम | 29.09.2014 | 28.09.2017 | |
8. | रेखा शर्मा (कार्यवाहक) | 29.09.2017 | 06.08.2018 | |
9. | रेखा शर्मा | 07.08.2018 | आज तक |
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भारत की प्रमुख स्वतंत्र संस्थाएँ (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 14 दिसम्बर, 2012।