अंहि:
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अंहिः [अंह्+क्रिन्-अंहति गच्छत्यनेन]
1. पैर
2. पेड़ की जड़ तु. अंध्रि
3. चार की संख्या। सम.-पुः जड़ (पैर) से पीने वाला, वृक्ष,-स्कन्धः पैर के तलवे का ऊपरी हिस्सा।[1]
इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 02 |
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